शाहजहांपुर, वाईबीएन नेटवर्क।
आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। अर्थात जरूरत पर हो होती लोग उसे पाने के लिए नए तरीके खोजते हैं और आविष्कार करते हैं। शाहजहांपुर में चाइनीज मांझे से गर्दन की नसें कट जाने पर सिपाही की मृत्यु के बाद शहर के युवा दुकानदार ने चाइनीस मांझे से बचाव के लिए अनोखा जुगाड़ तैयार किया है, जो कि बेहद कारगर व किफायती है। यह युवा लोगों की चाइनीज मांझे से लोगों की जान बचाने को देसी जुगाड़ को बाइक में लगा रहा है, वह भी निश्शुल्क...।
दरअसल शाहजहांपुर में 11 जनवरी को पुलिसकर्मी शाहरुख हसन की चाइनीज मांझे की चपेट में आकर दर्दनाक मौत हो गई थी. घटना यहां के चौक कोतवाली क्षेत्र की थी। यहां चाइनीज मांझा बाइक सवार सिपाही के गले में फंस गया. जिससे उसकी गर्दन कट कर मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद प्रशासन ने छापेमारी अभियान चलाकर चाइनीज मांझा बेचने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को रिपेयर करने वाले अनिल कुमार ऐसा जुगाड़ तैयार किया है जो बाइक सवार लोगों को चाइनीज मांझे से सुरक्षित रखेगा। खास बात यह है कि यह जुगाड़ बेहद सस्ती व कारगर है।
गजब का है देसी जुगाड़
अनिल ने बताया कि चाइनीज मांझे से अक्सर घटनाएं होती रहती थी लेकिन हाल ही में हुई सिपाही की मौत के बाद उन्होंने लोगों को चाइनीज मांझे से बचाने के लिए जुगत लगाई. अनिल ने अपने घर में ही रखे हुए पुराने लोहे के तार को काटकर उसकी 6 फिट के टुकड़ों में बांट दिया और बाद में उसको यू के आकार का बना कर बाइक के दोनों हैंडल के ऊपर लगा दिया है. इस तार को हैंडल में कसने के लिए दो क्लिप का इस्तेमाल किया है. यह जुगाड़ लगाने के बाद अगर चाइनीज मांझा सामने आता भी है तो बाइक सवार बिल्कुल सुरक्षित रहेगा.
नहीं लेंगे कोई मुनाफा
अनिल ने बताया कि अभी तक वह घर में रखे हुए तार से ही जुगाड़ बनाकर लोगों की बाइक पर लगा रहे थे. जिसके एवज में वह किसी से कोई पैसा नहीं ले रहे थे लेकिन अब उन्होंने बाजार से लोहे का तार खरीदा है. इसके अलावा तार से बने जुगाड़ को बाइक पर कसने के लिए बाजार से ही दो क्लिप खरीदनी पड़ती हैं. अब ऐसे में उनके यहां जो भी बाइक सवार चाइनीज मांझे से बचाने वाला यह जुगाड़ लगवाने के लिए आएंगे. वह इस पर आने वाला खर्च लेंगे, उन्हें किसी तरह का कोई मुनाफा नहीं चाहिए.
अब सुरक्षित महसूस कर रहे हैं लोग
चाइनीज से बचाने वाला यह देसी जुगाड़ बेहद ही कारगर है. इस बात की तस्दीक बाइक चालक आकाश कर रहे हैं. आकाश का कहना है कि बेहद कम लागत में तैयार होने वाला यह देसी जुगाड़ बाइक स्वारों को चाइनीज मांझे से बचाएगा. आकाश ने बताया कि हाल ही में हुई सिपाही की दर्दनाक मौत के बाद वह बेहद ख़ौफजदा थे. अब यह जुगाड़ लगाने के बाद वह खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं.