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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः साल था 1990 और भारत लंदन के ऐतिहासिक Lords मैदान में इंग्लैंड से दो-दो हाथ कर रहा था। भारत की हालत पतली थी क्योंकि अंग्रेजों ने अपनी पहली पारी में 653 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया था। भारत दूसरी पारी में खेलने आया तो 430 रनों पर 9 विकेट गंवा बैठा। आखिरी जोड़ी के रूप में महान कपिल देव के साथ नरेंद्र हिरवानी क्रीज पर थे। भारत को Follow on बचाने के लिए 24 रनों की दरकार थी।
430 के स्कोर पर जब हिरवानी मैदान में उतरे तो सकपका गए थे कपिल
430 के स्कोर पर जब नरेंद्र हिरवानी क्रीज पर आए तो कपिल उन्हें देखकर सकपका गए। हालांकि 10वें नंबर पर हिरवानी को ही उतरना था। लेकिन उनके बैटिंग टैलेंट के बारे में हर कोई जानता था। कपिल सकपकाए इस वजह से क्योंकि उन्हें पता था कि हिरवानी जब भी स्ट्राइक पर आएंगे भारत की पारी सिमट जाएगी। कपिल क्रीज पर थे और इंग्लिश टीम के फिरकी गेंदबाज हेमिंग्स उन्हें गेंद फेंक रहे थे। ओवर की पहली दो गेंदों पर कपिल ने डिफेंसिव स्ट्रोक खेले।
कपिल ने हेमिंग्स के ओवर की आखिरी 4 गेंदों पर जड़ दिए थे 4 छक्के
कपिल ने मैच के सालों बाद एक इंटरव्यू में उस मैच की दास्तां बताई। उनका कहना था कि जब दो गेंद खेल चुके तो उनको लगा कि ओवर की आखिरी गेंद पर उनको रन लेना ही होगा। हिरवानी के स्ट्राइक पर आते ही पारी सिमट जाएगी। लेकिन कपिल को उस समय ये लगा कि कितने ओवरों की आखिरी गेंद पर वो स्ट्राइक चेंज कर पाएंगे। उस समय उन्होंने फैसला लिया कि आर या पार। हेमिंग्स ने जैसे ही ओवर की तीसरी गेंद फेंकी कपिल क्रीज से बाहर आए और गेंद को हवा में उड़ा दिया। ये उनका पहला छक्का था। उसके बाद लगातार तीन छक्के कपिल ने जड़े। भारत Follow on के खतरे से बाहर आ चुका था। कपिल ने वर्ल्ड रिकार्ड की बराबरी कर ली थी। इसके साथ ही उन्होंने अंग्रेजों को मायूस कर दिया था। वो मान बैठे थे कि भारत अब Follow on को किसी भी सूरत में नहीं टाल सकता। लेकिन कपिल ने इतिहास रच डाला।
अगले ओवर की पहली गेंद पर आउट हो गए थे हिरवानी
कपिल को जो अंदेशा था वो अगले ओवर में ही सच साबित हो गया। एंगस फ्रेजर गेंदबाजी के लिए आए तो नरेंद्र हिरवानी उनके सामने थे। फ्रेजर ने पहली ही गेंद पर उनको आउट कर दिया। भारत की पारी 454 रनों पर सिमट गई। कपिल 77 रनों पर नाबाद लौटे। कपिल अगर चार छक्के न जड़ते तो भारत को Follow on खेलना ही पड़ता। ऐसे में उसकी हार तय थी।
कपिल की दिलकश बैटिंग के बावजूद भारत नहीं बचा सका मैच
हालांकि कपिल की दिलकश पारी के बावजूद भारत हार को नहीं टाल सका। इंग्लिश कप्तान दूसरी पारी में खेलने आए तो उनके इरादे साफ दिख रहे थे। इंग्लैंड ने 54.2 ओवर्स में ताबड़तोड़ 272 रन मारे और पारी घोषित कर दी। गूच ने पहली पारी में तिहरा शतक (333) रन बनाए थे। दूसरी पारी में उन्होंने महज 113 गेंदों 123 रन ठोक दिए। भारत को जीत के लिए 472 रनों का टारगेट मिला था। लेकिन भारतीय बल्लेबाज महज 224 रन ही बना सके। रवि शास्त्री, संजय मांजरेकर, दिलीप वेंगसरकर, अजहर के साथ सचिन समेत सारे बल्लेबाज सस्ते में निपट गए। पहली पारी में अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने वाले कपिल देव को फिरकी गेंदबाज हेमिंग्स ने ही शिकार बनाया। वो महज 7 रन बना सके। दूसरी पारी में सबसे ज्यादा स्कोर तेज गेंदबाज संजीव शर्मा (38) रहा।
80 और 90 के दशक में था चार ग्रेट आलराउंडर्स का बोलबाला
भारत बेशक ये मैच हार गया पर कपिल ने अपने खेल की बदौलत दर्शकों को अपना मुरीद बना लिया। वैसे भी कपिल हमेशा से इंग्लिश दर्शकों के पसंदीदा प्लेयर रहे थे। लेकिन जब वो हेमिंग्स की गेंदों को आसमान में उड़ा रहे थे तो पैवेलियन से आवाज उठी, बाथम को वापस बुलाओ। ध्यान रहे कि 80 और 90 के दशक में फैब 4 आलराउंडर्स का बोलबाला था। कपिल देव, इयान बाथम, इमरान खान और रिचर्ड हैडली ने धूम मचा रखी थी। अगर कभी भारत-पाकिस्तान या भारत-इंग्लैंड या भारत न्यूजीलैंड का मुकाबला होता था तो हमेशा नजर कपिल और विरोधी टीम के धाकड़ आलराउंडर पर होती थी। टीमों से ज्यादा लोग उनके परफारमेंस पर नजर रखते थे।
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