नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। लौट आती है वो इत्र बनकर , पसीने की बूंद कभी जाया नहीं जाती। 'रोहित शर्मा स्टैंड' का उद्घाटन 16 मई को वानखेड़े स्टेडियम में किया गया है। रोहित शर्मा ने इस एतिहासिक दिन पर बोलते हुए कहा कि ''आज जो होने जा रहा है, मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। बचपन में मैं मुंबई के लिए, भारत के लिए खेलना चाहता था। कोई भी इस बारे में नहीं सोचता। मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता।''
रोहित के नाम हुआ दिवेचा पवेलियन
वानखेड़े स्टेडियम का लेवल -3 दिवेचा पवेलियन अब रोहित शर्मा स्टैंड के नाम से जाना जाएगा। रोहित के पिता गुरुनाथ शर्मा और मां पूर्णिमा शर्मा ने शुक्रवार को इसका उद्घाटन किया। इस मौके पर भारतीय वनडे टीम के कप्तान रोहित ने कहा- मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। मेरे लिए खेल के महान खिलाड़ियों के बीच अपना नाम होना खास एहसास है। रोहित के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और नेशनल कांग्रेस पार्टी प्रमुख (NCP) शरद पवार भी मौजूद थे।
''21 मई का दिन होगा बेहद खास''
रोहित ने कहा 'IPL में दिल्ली के खिलाफ 21 तारीख को जब मैं यहां खेलूंगा तो यह एक खास एहसास होगा। जब भी ऐसा मैं भारत के लिए भविष्य में यहां खेलने उतरूंगा तो यह और भी खास हो जाएगा। मैं इतने सारे लोगों, खासकर मेरे परिवार, मेरी मां और पिताजी, मेरे भाई, उनकी पत्नी और मेरी पत्नी, जो यहां मौजूद हैं, के सामने यह बड़ा सम्मान पाकर आभारी हूं। मैं अपनी खास टीम, मुंबई इंडियंस का भी शुक्रिया अदा करता हूं।'
इस खास सूची में शामिल हुआ रोहित का नाम
रोहित शर्मा अब सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर की सूची में शामिल हो गए हैं। इन खिलाड़ियों का नाम पहले से ही इस स्टैंडियम में मौजूद है। रोहित ने अपनी कप्तानी में भारत को दो बार आईसीसी ट्रॉफी दिलाई। 2024 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। रोहित की कप्तानी में भारतीय टीम वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भी उपविजेता रही थी।
ऐसा रहा रोहित का टेस्ट करियर
रोहित ने 7 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। रोहित ने अपने टेस्ट करियर में 67 मुकाबले खेले हैं जिसमें उन्होंने 4301 रन बनाए। हिटमैन का हाईएस्ट स्कोर 212 का रहा और उन्होंने इस फॉर्मेट में 12 शतक और 18 फिफ्टी ठोकी। पिछले साल उन्होंने बतौर कप्तान टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचाया था। हालांकि, भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था। इस बार भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने से चूक गई।