Advertisment

Asia Cup 2025 : PAK खिलाड़ी के 'AK-47' इशारे से मचा बवाल, क्या खेल पर भारी पड़ेगा सियासत?

एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच के बाद विवाद छिड़ गया है। पाकिस्तानी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान ने अपने बल्ले को ‘AK-47’ की तरह लहराकर जश्न मनाया। इस हरकत पर भारतीय राजनेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिससे बहस फिर से शुरू हो गई है।

author-image
Ajit Kumar Pandey
Asia Cup 2025 : PAK खिलाड़ी के 'AK-47' इशारे से मचा बवाल, क्या खेल पर भारी पड़ेगा सियासत? | यंग भारत न्यूज

Asia Cup 2025 : PAK खिलाड़ी के 'AK-47' इशारे से मचा बवाल, क्या खेल पर भारी पड़ेगा सियासत? | यंग भारत न्यूज Photograph: (YBN)

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । दुबई के मैदान पर भारत-पाकिस्तान का महामुकाबला खत्म हो चुका है, लेकिन इस मैच ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। मैच में पाकिस्तान के बल्लेबाज साहिबजादा फरहान ने अर्धशतक जड़ने के बाद अपने बल्ले को बंदूक की तरह उठाकर जश्न मनाया, जिसे लोगों ने ‘AK-47’ का इशारा बताया। इस इशारे ने सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों तक हंगामा मचा दिया है। 

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, भारतीय राजनेताओं ने इसे भारत की गरिमा पर हमला बताया है। यह घटना फिर से इस बहस को हवा दे रही है कि क्या भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना चाहिए या नहीं। यह सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि देश की भावनाओं से जुड़ा मुद्दा बन गया है। भारत और पाकिस्तान का मुकाबला हमेशा से क्रिकेट के मैदान से कहीं ज्यादा बढ़कर रहा है। 

हाल ही में हुए एशिया कप के एक अहम मैच में जहां भारत ने शानदार जीत दर्ज की तो वहीं कुछ पाकिस्तानी खिलाड़ियों की हरकतों ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। मैच के दौरान पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने दर्शकों की हूटिंग का जवाब '0-6' का इशारा करके दिया। 

सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे पाकिस्तान के उस मनगढ़ंत दावे से जोड़ा, जिसमें उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराने की बात कही थी। लेकिन असली हंगामा तब हुआ जब पाकिस्तानी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान ने अर्धशतक पूरा करने के बाद अपने बल्ले को ‘AK-47’ की तरह घुमाकर जश्न मनाया। उनका यह इशारा कई भारतीय दर्शकों को नागवार गुजरा। लोगों ने सोशल मीडिया पर इस हरकत को 'अनावश्यक ड्रामा' और 'खराब खेल भावना' करार दिया। 

Advertisment

सियासी बवाल: नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं 

पाकिस्तानी क्रिकेटर फरहान के इस इशारे पर भारतीय राजनेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने इस घटना को 26 निर्दोषों की हत्या से जोड़ा, जो कश्मीर के पहलगाम में हुई थी। उन्होंने फरहान के जश्न को 'घृणित' और 'शर्मनाक' बताया। 

राउत ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “अपना अर्धशतक पूरा किया और बल्ले को AK-47 की तरह पकड़ा, बाउंड्री की बौछार कर दी! बीसीसीआई और मोदी सरकार के मुंह पर यह थूकना है, जो शर्मिंदगी की पराकाष्ठा है। भारत को अपमानित करने के लिए जय शाह को भारत रत्न मिलना चाहिए।” 

Advertisment

समाजवादी पार्टी के नेता शरद सरन ने भी इस घटना को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि राष्ट्र के इस अपमान के लिए कौन जिम्मेदार है? सरन ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी चाहते तो क्या भारत पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलता? उन्होंने इस घटना को पहलगाम में हुए हमले की याद दिलाने वाला बताया। 

भाजपा नेता अमित मालवीय ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि एक तरफ विपक्ष पाकिस्तान के साथ मैच खेलने का विरोध कर रहा था, वहीं दूसरी तरफ वही लोग मैच देखने के लिए टीवी से चिपके हुए थे और साहिबजादा फरहान की हरकतों पर ताली बजा रहे थे। 

Advertisment

एक सोशल मीडिया यूजर ज़हाक तनवीर लिखते हैं कि पाकिस्तानी क्रिकेटर साहिबज़ादा फरहान ने भारत के खिलाफ मैच के दौरान अपने बल्ले से AK-47 की नकल की। ​​यह सिर्फ़ एक इशारा नहीं है—यह एक गहरी समस्या को दर्शाता है।

सेना के जनरलों से लेकर अभिनेताओं, डॉक्टरों से लेकर क्रिकेटरों तक, कट्टरपंथी जिहादी प्रतीकवाद पाकिस्तान की मानसिकता में गहराई तक समाया हुआ है। दशकों के सैन्यीकरण और उग्रवाद ने यह सुनिश्चित किया है कि हिंसा को संस्कृति के रूप में महिमामंडित किया जाए। 

बातचीत के ज़रिए बदलाव की उम्मीद करना नासमझी है। कूटनीति सभ्य देशों के साथ काम करती है; पाकिस्तान सिर्फ़ ब्रह्मोस की भाषा समझता है!

हारिस रऊफ और साहिबज़ादा फरहान की प्रतिक्रियाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गए। मैच के दौरान, रऊफ को भारतीय प्रशंसकों ने "विराट कोहली" के नारे लगाकर चिढ़ाया।

क्या 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद खेलना सही था? 

यह विवाद उस समय उठा है जब इसी साल मई में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। उस समय कई लोगों ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंध तोड़ने की मांग की थी। 

साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ की हरकतों ने इस बहस को एक बार फिर से जिंदा कर दिया है कि क्या हमें पाकिस्तान के साथ खेल संबंध जारी रखने चाहिए? क्या खेल के मैदान पर ऐसी हरकतों को सिर्फ 'खेल भावना' के तहत देखा जा सकता है? 

यह साफ है कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच सिर्फ एक खेल नहीं रह गया है, बल्कि दोनों देशों की राष्ट्रीय भावनाओं और राजनीतिक दांवपेंच का केंद्र बन गया है। 

यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घटना के बाद बीसीसीआई और केंद्र सरकार का अगला कदम क्या होता है। 

Sahibzada Farhan AK 47 | Ind Vs Pak Controversy | Asia Cup Gun Celebration | India Pakistan CricketRow 

Sahibzada Farhan AK 47 Ind Vs Pak Controversy Asia Cup Gun Celebration India Pakistan CricketRow
Advertisment
Advertisment