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''खूबसूरत खेल को अलविदा कहने का समय आ गया है...'' क्रिकेटर Piyush Chawla ने इंस्‍टाग्राम पर पोस्‍ट कर संन्‍यास का किया ऐलान

भारतीय स्पिनर पीयूष चावला ने शुक्रवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया। 36 वर्षीय चावला ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट के जरिए इस फैसले की घोषणा की।

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Suraj Kumar
Piyush chawla , cricket
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नई दिल्‍ली, वाईबीएन स्‍पोर्ट्स। टीम इंडिया के अनुभवी स्पिन गेंदबाज पीयूष चावला ने शुक्रवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी। 36 वर्षीय चावला ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट शेयर करते हुए अपने फैसले की जानकारी दी। चावला भारत की 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में तीन टेस्ट, 25 वनडे और सात टी20 मुकाबलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और कुल 43 विकेट झटके।

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इंस्‍टाग्राम पर साझा किया भावुक संदेश 

 

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क्रिकेटर ने पोस्‍ट शेयर करते हुए लिखा कि ''मैदान पर दो दशक से ज़्यादा समय बिताने के बाद, अब इस खूबसूरत खेल को अलविदा कहने का समय आ गया है। भारत का सर्वोच्च स्तर पर प्रतिनिधित्व करने से लेकर 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा बनने तक, इस अविश्वसनीय यात्रा में हर पल किसी वरदान से कम नहीं रहा है। ये यादें हमेशा मेरे दिल में बसी रहेंगी।

आईपीएल फ्रेंचााइजी को किया धन्‍यवाद

पीयूष चावला ने लिखा कि ''आईपीएल की उन फ्रैंचाइज़ियों को दिल से धन्यवाद जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया - पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस। इंडियन प्रीमियर लीग मेरे करियर का एक खास अध्याय रहा है और मैंने इसमें खेलते हुए हर पल को संजोया है। मैं अपने कोचों - श्री के.के. गौतम और स्वर्गीय श्री पंकज सारस्वत - का दिल से आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे एक क्रिकेटर के रूप में विकसित किया और आकार दिया।

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परिवार को बताया अपनी ताकत

मेरे परिवार के लिए, मेरी ताकत का शाश्वत स्तंभ: आपका अटूट समर्थन सभी उतार-चढ़ावों के दौरान मेरी नींव रहा है। मेरे दिवंगत पिता का विशेष उल्लेख, जिनके मुझ पर विश्वास ने मेरे लिए मार्ग प्रशस्त किया। उनके बिना, यह यात्रा कभी संभव नहीं होती। मैं बीसीसीआई, यूपीसीए (उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन) और जीसीए (गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन) को भी धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे एक क्रिकेटर के रूप में विकसित होने और खुद को अभिव्यक्त करने के लिए मंच और अवसर प्रदान किए। आज मेरे लिए बेहद भावनात्मक दिन है, क्योंकि मैं आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों से अपने संन्यास की घोषणा करता हूं।

भले ही मैं क्रीज से दूर चला जाऊं, लेकिन क्रिकेट हमेशा मेरे भीतर जीवित रहेगा। अब मैं इस खूबसूरत खेल की भावना और सबक को अपने साथ लेकर एक नई यात्रा शुरू करने के लिए उत्सुक हूं।'' 

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पीयूष चावला का करियर

पीयूष चावला ने साल 2006 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। उनका डेब्यू मैच इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली में एक टेस्ट मुकाबला था। इसके बाद उन्होंने 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे और 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 डेब्यू किया। भारत के लिए उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला, जबकि आखिरी वनडे 2011 में नीदरलैंड और आखिरी टी20 मुकाबला 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में हुआ। इसके बाद वह टीम इंडिया में वापसी नहीं कर सके। हालांकि, उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलना जारी रखा और इस टूर्नामेंट में वह सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शुमार रहे।

घरेलू क्रिकेट में रहा बेहतर प्रदर्शन

घरेलू क्रिकेट में भी चावला का रिकॉर्ड काफी प्रभावशाली रहा है। उन्होंने 137 प्रथम श्रेणी मैचों में 446 विकेट लिए, साथ ही बल्ले से भी योगदान दिया और छह शतकों की मदद से 5486 रन बनाए। एक ऑलराउंडर के रूप में उनकी भूमिका हमेशा अहम रही।

आईपीएल में सबसे ज्‍यादा विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबााज

आईपीएल में चावला का करियर बेहद सफल रहा। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ 2012 और 2014 में दो बार खिताब जीता। उन्होंने आईपीएल में कुल 192 विकेट लिए और इस वक्त वह आईपीएल इतिहास में संयुक्त रूप से तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। इस सूची में वह सुनील नारायण के साथ खड़े हैं।

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