नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज 19 फरवरी से हो रहा है। पाकिस्तान टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा, लेकिन इसके स्टेडियम पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। दरअसल पाकिस्तान के कराची और लाहौर जैसे प्रमुख स्टेडियम का निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका है। जिसके बाद लगातार ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या टूर्नामेंट शुरू होने तक स्टेडियम क्या पूरी तरह तैयार हो जाएंगे। अब इस सवाल का जवाब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने दिया हैं। उन्होंने बताया है कि इन स्टेडियमों का निर्माण कार्य कब तक पूरा हो जाएगा।
तैयार हो जाएंगे स्टेडियम
पीसीबी के चेयरमैन मोहसिन नकवी पूरी तरह आश्वस्त हैं कि निर्धारित समय तक सभी स्टेडियमों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। नकवी ने कहा कि "सीमापार से लोग कह रहे हैं कि पाकिस्तान में स्टेडियम अधूरे हैं, इन स्टेडियमों का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है, इसलिए चैंपियंस ट्रॉफी को पाकिस्तान से शिफ्ट कर देना चाहिए। लेकिन मैं आश्वस्त करना चाहूंगा कि यह परेशानी का सबब नहीं है। हमारे स्टेडियम ट्राइ-सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा कि "हमारे प्रधानमंत्री 7 फरवरी को लाहौर स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे, तब तक यह स्टेडियम पूरी तरह तैयार हो जाएगा।" साथ ही मोहसिन नकवी ने कहा कि "कराची स्टेडियम और रावलपिंडी स्टेडियम के निर्माण कार्य में थोड़ा समय लगेगा। यह काम टूर्नामेंट के बाद भी चलता रहेगा।"
नहीं होगा कप्तानों का फोटोशूट
नकवी ने बातचीत के दौरान कहा कि "इस टूर्नामेंट का उद्घाटन समारोह 16 तारीख को लाहौर में आयोजित किया जाएगा। कुछ टीमों के व्यस्त यात्रा कार्यक्रम के कारण आईसीसी या हमारे लिए कप्तानों का सम्मेलन या फोटोशूट संभव नहीं होगा। हमने आईसीसी से कहा है कि वह हमें मेजबान देश को दिए जाने वाले सामान्य टिकट और पास उपलब्ध कराने से परहेज करे।"
निकल चुकी है अंतिम तारीख
पाकिस्तान के स्टेडियम अब तक पूरी तरह तैयार हो जाने चाहिए थे। पाकिस्तान कई बार पहले भी स्टेडियम तैयार करने की डेड्लाइन चूक चुका है। अंतिम बार पाकिस्तान को जो डेड्लाइन दी गई थी, वो एक फरवरी थी। अब अगर पाकिस्तान अपनी तैयारियों को जल्द से जल्द तैयार ना कर सका तो, पूरे चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट को यूएई में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
बना हुआ है संशय
जरूर पीसीबी के चेयरमैन मोहसीं नकवी ये दावा कर रहे है कि पाकिस्तान वक्त रहते अपनी तैयार पूरी कर लेगा। हालांकि पाकिस्तान की मौजूदा हालत को देखते हुए कुछ भी कहना मुश्किल है। अब देखना ये होगा कि, क्या पाकिस्तान इस बार अपनी लाज बचा पाएगा या उसके दामन पर एक और दाग लग जाएगा।