नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में विराट का बल्ला जमकर गरज रहा है। वे विपक्षी टीम के लिए मैदान पर काल बने हुए हैं। उन्होंने ये साबित कर दिया है कि 'क्रिकेट का किंग' सिर्फ कोहली है। भारतीय टीम मैदान जब-जब डगमगाई है तब-तब कोहली के बल्ले से एक ही आवाज आई है ''मैं हू ना !''। दुनिया के तमाम दिग्गज खिलाड़ी इस समय विराट कोहली की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। चाहे वो पाकिस्तान हो या फिर ऑस्ट्रेलिया, सभी देश की खिलाड़ी कोहली की विराट तारीफ कर रहे हैं। पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज ने वसीम अकरम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई उनकी 84 रन की बाकमाल पारी की वजह से उनको द ग्रेटेस्ट चेज मास्टर ऑफ ऑल टाइम (The Greatest 'chase master' of All Time) का तमगा दे दिया है।
किंग कोहली - द चेज मास्टर
कोहली ने किंग का ताज तो बहुत पहले ही हासिल कर लिया था। लेकिन चेज मास्टर का नाम उन्हें मैदान पर विपक्षी टीम ने दिया है। इससे खूबसूरत बात और क्या हो सकती है कि आपके सामने वाली टीम भी आपके खेल की मुरीद हो जाए। विपक्षी टीम का पसीना छुड़ाने वाले कोहली चेज मास्टर कैसे बन, आइए जानते हैं इसकी पूरी कहानी क्या है।
कोहली चेज करने के मामले में मास्टर हैं। लक्ष्य का पीछा करने के मामले में उनका रिकॉर्ड बेजाड़ है। उन्होंने दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है। वनडे करियर में सफलतापूर्वक लक्ष्य का पीछा करते हुए विराट कोहली ने अबतक 99 पारियों में 5913 रन बना लिए हैं। जिसमें उनका औसत 89.59 का रहा है।
विराट के नाम एक अनोखा आंकड़ा
विराट कोहली को लेकर एक आंकड़ा जारी हुआ है। जिसमें बताया गया है कि साल 2000 के बाद सिंगल्स रन बनाने में वे सबसे आगे हैं। उन्होंने सिंगल्स दौड़कर 5870 रन बनाए हैं। कोहली ने वनडे में 2008 में डेब्यू किया था फिर भी वो अभी तक सबसे आगे हैं। इसके अलावा चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में 3 अर्धशतक बनाने वाले वे दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं। वे आईसीसी नॉकआउट में 1000 रन बनाने के मामले में भी सबसे आगे हैं।
विराट का वनडे करियर
कोहली ने अब तक 301 वनडे मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 14180 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 51 शतक और 74 अर्धशतक निकले हैं।