WPL 2025: फाइनल में भिडे़ंगे Delhi Capitals vs Mumbai Indians,रॉड्रिग्स ने बताया कैसे किया खेल में बदलाव
वूमैन प्रीमियर लीग WPL 2025 में दिल्ली कैपटिल्स के लिए की शुरुआत सुखद नहीं रही, पहले मैच में मुंबई इंडियंस (MI)के ख़िलाफ़ क़रीबी मुक़ाबले में मिली जीत के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के हाथों उन्हें क़रारी हार मिली।
वूमैन प्रीमियर लीग WPL 2025 में दिल्ली कैपटिल्स के लिए की शुरुआत सुखद नहीं रही, पहले मैच में मुंबई इंडियंस (MI)के ख़िलाफ़ क़रीबी मुक़ाबले में मिली जीत के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के हाथों उन्हें क़रारी हार मिली। टीम के भीतर ऊर्जा की कमी नज़र आ रही थी। उपकप्तान जेमिमाह रॉड्रिग्स टीम मीटिंग का ज़िक्र करते हुए बताती हैं कि कैसे उस एक पल ने DC के खेल को बदल दिया। अब दिल्ली कैपिटल्स की फाइनल में मुंबई इंडियंस में भिड़ंत होगी। शनिवार को ख़िताबी जंग में उनका सामना हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली MI से होगा।
टीम ने किया फिल्डिंग में बदलाव
रॉड्रिग्स ने बेंगलुरु में हुई टीम मीटिंग का ज़िक्र करते हुए कहा, "हमने फ़ील्ड पर अपनी ऊर्जा लाने के बारे में चर्चा की थी। मुझे वह पल याद है जब इसकी शुरुआत हुई। मैं बेंगलुरु में इसकी शुरुआत की, जब एक मैच में मैंने अचानक कैच लिया और उसके बाद ऐसा महसूस होने लगा कि अच्छा हां, यही तो DC टीम है। मिन्नू (मणि) ने डाइव लगाते हुए कैच लपका, हमें एक विकेट मिला और फिर चीज़ें घटित होने लगीं। और हमारे गेंदबाज़ फ़ील्डिंग की सहायता मिलने से फिर से लय में नज़र आने लगे। मुझे लगता है कि यह MI के ख़िलाफ़ मैच था जब हमें मोमेंटम मिलने लगा।"
दिल्ली कैपटिल्स को पिछला मैच खेले एक सप्ताह होने को आए हैं, कोई मैच जीते दो सप्ताह होने को आए हैं, जबकि MI के इतर उन्होंने फ़ाइनल में आने से पहले ब्रेबोर्न में एक भी मैच नहीं खेला है। अग़र अंतिम लीग मैच में RCB ने MI को नहीं हराया होता तो DC को ब्रेबोर्न में एलिमिनेटर खेलना पड़ता। फ़ाइनल में सीधा प्रवेश पाने ने उन्हें उन परिस्थितियों में अभ्यास करने का पर्याप्त मौक़ा दिया है, जहां उन्होंने एक भी मैच नहीं खेला है। इसके अलावा टीम की खिलाड़ियों ने खाली समय का भरपूर लुत्फ़ भी उठाया है। शुक्रवार को खिलाड़ियों ने होटल में होली भी खेली।
रॉड्रिग्स ने कहा, "इस गैप ने हमारी टीम के पक्ष में ही काम किया है। हमारी काफ़ी सत्र में खिलाड़ियों को आपस में चर्चा करने का काफ़ी मौक़ा मिला। आप जानते हैं कि WPL कितना व्यस्त टूर्नामेंट होता है। हमने लगातार मुक़ाबले खेले और हमें यात्रा भी काफ़ी करनी पड़ी। तो मुझे लगता है कि इस ब्रेक ने हमारे पक्ष में ही काम किया है और हम इसका फ़ायदा उठाना चाहेंगे।"
DC के प्रदर्शन में निरंतरता का राज़
ऱॉड्रिग्स ने कहा, "तीन सीज़न और तीन फ़ाइनल के बारे में बात न करना। किसी टीम की निरंतरता का राज़ यही होता है कि खिलाड़ियों को पता होता है कि उन्हें क्या करना है और वह क्या कर रहे हैं। हर खिलाड़ी टीम के लिए योगदान देना चाहता है और दे रहा है। उन्हें पता है कि टीम को जीत दिलाने के लिए उन्हें कैसा योगदान देने की ज़रूरत है। मुई इस सीज़न टीम के प्रदर्शन पर गर्व है क्योंकि यह इतना आसान नहीं था।"
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Photograph: (X)
'शेफ़ाली की वापसी एक प्रेरणा है'
इस सीज़न शेफ़ाली वर्मा को ख़ुद को साबित करना था। पिता को हार्ट अटैक हुआ था इसलिए उन्होंने अपने पिता को बताया तक नहीं था कि उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया है। शेफ़ाली ने घरेलू क्रिकेट का रुख़ किया और इस सीज़न वह घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन कर आईं। आठ पारियों में 157.89 के स्ट्राइक रेट से शेफ़ाली के 300 रन DC के बल्लेबाज़ों में बनाए गए सर्वाधिक रन हैं और इस सीज़न यह किसी भारतीय बल्लेबाज़ द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रन भी हैं। बल्कि शीर्ष पांच में वह इकलौती भारतीय बल्लेबाज़ हैं। शेफ़ाली ने सिर्फ़ बल्ले से ही नहीं बल्कि फ़ील्डिंग में भी शानदार प्रदर्शन किया है और इसकी वजह यह है कि उन्होंने अपनी फ़िटनेस पर भी काफ़ी काम किया है।
शेफाली की तारीफ की
रॉड्रिग्स ने कहा, "वह एक प्रेरणा हैं इसलिए नहीं कि उन्होंने वापसी की है बल्कि जिस तरह से उन्होंने वापसी की है। जो उनका स्ट्राइक रेट है और जिस तरह का इम्पैक्ट उनके प्रदर्शन से टीम पर पड़ा है। मुझे लगता है कि यह एक खिलाड़ी के तौर पर उनकी क्षमता को दर्शाता है। जब समय अच्छा चल रहा होता है तब सब कुछ सही जा रहा होता है लेकिन टीम से ड्रॉप होने के बाद इस तरह की वापसी करना प्रशंसनीय है।"
शिखा पांडे का प्रदर्शन शानदार रहा
दिल्ली कैपटिल्स में शिखा पांडे भी हैं जिन्होंने भी निरंतरता के साथ प्रदर्शन किया है। दो वर्षों से भारतीय टीम से बाहर चल रहीं शिखा पांडे ने ख़ुद को एक निचले क्रम के बल्लेबाज़ के रूप में भी उभारा है, जिसकी एक झलक हमें पिछले न्यूज़ीलैंड में सुपर स्मैश के दौरान भी देखने को मिली थी। नई गेंद के साथ भी उन्होंने बढ़िया गेंदबाज़ी भी, स्विंग के साथ साथ उन्होंने गेंदबाज़ी में भी मिश्रण का भरपूर उपयोग किया है। इस सीज़न उन्होंने 7.06 की इकॉनमी से 11 विकेट चटकाए हैं जो कि कम से कम 10 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज़ों में दूसरा सर्वश्रेष्ठ है।
अपनी यॉर्कर से बल्लेबाज़ों को परेशान किया
रॉड्रिग्स ने कहा, "यह उनके लिए नया नहीं है, वह हमेशा से ही इसी निरंतरता के साथ प्रदर्शन करती आई हैं। उन्होंने हमेशा अहम ओवर डाले हैं और अपनी यॉर्कर से बल्लेबाज़ों को परेशान किया है। उनकी गेंदबाज़ी ने DC के इस अभियान में अहम योगदान निभाया है और उन्होंने ऐसा सिर्फ़ DC के लिए नहीं किया है। मैंने अन्य लीग में भी उनके साथ खेला है(CPL में त्रिनबागो नाइट राइडर्स के साथ)। वह मुश्किल ओवर करना चाहती हैं और मुझे लगता है कि ऐसी परिस्थितियां ही शिखा पांडे के खेल में निखार लेकर आती हैं।"
'मेग के खेल में संयम और आक्रामकता दोनों का मेल है'
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुकीं DC की कप्तान मेग लानिंग के सामने यह चुनौती थी कि उन्हें साल भर में कभी कभार ही खेलने का मौक़ा मिलता था लेकिन उन्होंने इस चुनौती से भी पार पा लिया। रॉड्रिग्स ने कहा, "वह एक ही समय पर संयमित और आक्रामक दोनों रहती हैं। और मुझे लगता है कि एक कप्तान के पास ऐसी ख़ूबी होनी चाहिए। RCB के ख़िलाफ़ पिछले सीज़न जब हमें सिर्फ़ एक रन से जीत मिली थी तब मैंने उनसे पूछा था कि क्या वह नर्वस नहीं थीं। तब उन्होंने कहा था, 'तुम्हें नहीं पता कि मेरे भीतर क्या चल रहा था।'
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