नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में उद्घाटन समारोह के साथ, खो-खो वर्ल्ड कप 2025 सोमवार (13 जनवरी) को शुरू हुआ था और रविवार (19 जनवरी) को पुरुष और महिला फाइनल के साथ इसका समापन होगा।
अगले महीने होने वाली चैंपियन्स ट्रॉफी में भारतीय टीम के कौन कौन से खिलाड़ी टीम हैं, ये अंदाजा लगभग हर भारतीय को होगा, मगर कुछ चुन्निदा लोगों को ही इस बात अंदेशा होगा कि दिल्ली के दिल में ही खो-खो का वर्ल्ड कप का फाइनल गेम आज दिल्ली के इंदिरा गांघी इंडेर स्टेडियम में खेला जाएगा। जहाँ एक भारत में क्रिकेट के खेल का एक अलग ही बोल बाला है, वहीं इसी की आड़ में बाकी के अन्य खेल और उनके खिलाड़ी हमेशा नज़रअंदाज़ कर दिए जाते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खो-खो वर्ल्ड कप 2025 में भारतीय महिला और पुरुष टीम ने बीते शनिवार को अपना शानदार प्रदर्शन दिखाया। जिसके चलते हुए टूर्नामेंट के फाइनल में दोनो ही टीमें ने अपनी जगह बना ली है। भारत की दोनों ही टीमों ने सेमी फाइनल में साउथ अप्रीका की टीम को मात दी। वहीं भारतीय महिला टीम का स्कोर 16-66 रहा और पुरुष टीम ने 18-60 के स्कोर से जीत हासिल करी।
आपको बता दें कि नई दिल्ली में खेले जा रहे खो-खो विश्व कप में, भारतीय खिलाड़ी रामजी कश्यप ने भूटान के खिलाफ जीत में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय ऑलराउंडर ने भारत को फाइनल में पहुँचाया। माहाराष्ट्र के एक छोटे से गाँव बेलापुर के रहने वाले इस खिलाड़ी की यात्रा काफी कठीनायों से भरा हुआ रहा हैं।
महाराष्ट्र से निकलकर देश का प्रतिनिधित्व करने तक का सफर कैसा रहा?
एक गरीब घर से ताल्लुख़ रखने वाले रामजी ने अपने जीवन के ज्यादातर दिन गुर्बत में ही गुजारे हैं। अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा उन्होनें कार्डबोर्ड शीट के ढेर को इक्ट्ठा करने में बिताया हैं। मगर आज यह 22 वर्षीय युवक भारत के एक सर्वश्रेठ खो खो खिलाड़ी के रूप में निखर कर भारत के लिए मेडल और विश्व स्तर पर सम्मान इक्ट्टा कर रहा है।
ऐसे खिलाड़ि को हम उनके फाइनल के मैच के लिए गुड लक विश करतें हैं और उनका सम्मान करतें हैं।