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नई दिल्ली, वाईबीएन स्पोर्ट्स।अनुभवी भारतीय क्यू (बिलियर्ड्स और स्नूकर) खिलाड़ी विद्या पिल्लई ने रविवार को पहली राष्ट्रमंडल बिलियर्ड्स चैंपियनशिप में अनुभव और धैर्य का बेहतरीन परिचय देते हुए हेबॉल स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 47 वर्षीय पूर्व विश्व चैंपियन विद्या ने महिलाओं के 6-रेड स्नूकर फाइनल में दक्षिण अफ्रीका की मरीना जैकब्स को हराकर यह महत्वपूर्ण जीत हासिल की।
शूट आउट में तय हुआ विजेता
फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। विद्या ने खिताबी मुकाबले की शुरुआत धमाकेदार करते हुए 5-1 की मजबूत बढ़त बनाई। लेकिन मरीना ने हार मानने से इनकार करते हुए शानदार वापसी की और स्कोर 5-5 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद मुकाबला शूटआउट में पहुंचा, जहाँ विद्या ने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए 3-1 से जीत दर्ज की और स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
भारत की चित्रा मगिमाइराज को रजत पदक
वहीं, भारत की चित्रा मगिमाइराज को महिलाओं के 10-बॉल पूल स्पर्धा के फाइनल में सिंगापुर की वीनस लिम झिन्यी से कड़ी टक्कर मिली। चित्रा ने भी जबरदस्त प्रदर्शन किया और स्कोर 5-5 से बराबर होने के बाद शूटआउट में 3-4 से हार का सामना करना पड़ा। इससे वे रजत पदक से संतोष करती रहीं। उल्लेखनीय है कि चित्रा ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की लीन हास को 7-0 से करारी मात दी थी।
इन खिलाड़ियों ने भी दिखाया दमखम
भारत की अन्य प्रतिभाओं में अनुपमा रामचंद्रन और कीर्तना पांडियन का भी प्रदर्शन शानदार रहा, लेकिन वे 6-रेड स्नूकर स्पर्धा के सेमीफाइनल में हारकर कांस्य पदक पर ही संतोष करना पड़ा। अनुपमा को इंग्लैंड की रेबेका केना से 1-2 और कीर्तना को सिंगापुर की चुआ पेफेन ऑड्रे से 0-2 की हार मिली। इस तरह, पहली राष्ट्रमंडल बिलियर्ड्स चैंपियनशिप में भारत ने कुल एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीतकर अपनी ताकत का लोहा मनवाया। विद्या पिल्लई की जीत ने भारतीय क्यू खेल के लिए नई उम्मीद जगाई है और यह साबित किया कि अनुभवी खिलाड़ी अपने कौशल और मानसिक दृढ़ता से बड़े मंच पर शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं।