उत्तर प्रदेश पुलिस को पहलगाम आतंकी हमले के बाद नेपाल और अंतरराज्यीय सीमाओं पर जांच बढ़ाने के निर्देश
लखनऊ, वाईबीएन नेटवर्क: उत्तर प्रदेश पुलिस को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद नेपाल सीमा और सभी अंतरराज्यीय सीमाओं पर सुरक्षा जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। यह निर्देश प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार द्वारा जारी किया गया है। एक आधिकारिक सूत्र के अनुसार डीजीपी कुमार ने कहा कि कश्मीरी छात्रों, पर्यटकों और व्यापारियों के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए, ताकि उनके साथ कोई अप्रिय घटना न हो। यह कदम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उठाया गया है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश पर्यटक शामिल थे।
डीजीपी ने नेपाल सीमा पर निगरानी के दिए आदेश
इसके अतिरिक्त डीजीपी कुमार ने सीमा और टोल प्लाजा पर प्रभावी जांच और पुलिस व्यवस्था की निगरानी के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने विशेष रूप से नेपाल सीमा पर महाराजगंज, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, खीरी, पीलीभीत, बहराइच और बलरामपुर जिलों में स्थित सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के साथ समन्वय स्थापित करने को कहा। इन इलाकों में चेक पोस्टों पर निगरानी बढ़ाने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को सतर्क रहने का आदेश दिया गया है।
कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत
डीजीपी ने यह भी बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से कश्मीरी छात्रों के साथ परेशान करने की घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं के मद्देनजर पुलिस अधिकारियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने और कश्मीरी छात्रों के लिए सुरक्षा की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
सुरक्षा इंतजाम और निगरानी बढ़ाई जाएगी
- उच्च स्तरीय अलर्ट: डीजीपी ने सभी जिलों में उच्च स्तरीय अलर्ट जारी करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस अधिकारियों को मॉल, सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, मनोरंजन स्थल और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा गया है।
- किरायेदारों का सत्यापन: सभी होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस और नए किरायेदारों का सत्यापन करने का आदेश दिया गया है, ताकि संदिग्ध गतिविधियों को रोका जा सके।
- उग्रवादियों और असामाजिक तत्वों पर निगरानी: स्थानीय थाना स्तर पर उग्रवादियों और असामाजिक तत्वों की पहचान कर उन पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
- सोशल मीडिया निगरानी: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी निगरानी रखी जाएगी, और किसी भी प्रकार की भड़काऊ या भ्रामक पोस्ट पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
- दंगा नियंत्रण अभ्यास: पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी संयुक्त रूप से दंगा नियंत्रण अभ्यास करेंगे ताकि किसी भी विपरीत स्थिति से निपटा जा सके।
- सेंसिटिव इलाकों पर ड्रोन निगरानी: संवेदनशील क्षेत्रों और चिन्हित हॉट स्पॉट्स की ड्रोन कैमरों के माध्यम से निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरे भी चालू हालत में रखे जाएंगे और उनकी फीड को सुरक्षित रखा जाएगा।