वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि ग्रामीणों ने दोनों युवकों को पकड़कर सड़क पर बैठाया। पहले उनका सिर आधा मुंडवाया गया, फिर चेहरे पर कालिख और चुना पोतकर चप्पलों से पीटा गया। इस दौरान युवक रहम की गुहार लगाते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन भीड़ लगातार उन्हें अपमानित करती रही। स्थानीय सूत्रों के अनुसार दोनों युवकों पर गांव की एक लड़की के साथ छेड़छाड़ का आरोप है। जब कुछ ग्रामीणों ने उन्हें ऐसा करते हुए देखा तो गुस्से में आकर भीड़ ने बिना पुलिस को सूचित किए खुद ही उन्हें "सजा" दे डाली। ग्रामीणों का यह कृत्य कानून की नजर में गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।
बेतिया पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि वीडियो की सत्यता की पुष्टि की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी । फिर चाहे वह छेड़छाड़ के आरोपी हों या खुद सजा देने वाली भीड़। गौरतलब है कि यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में भी इसी तरह का मामला सामने आया था, जहां एक मनचले युवक को नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ के बाद परिजनों ने चप्पलों से पीटकर पुलिस के हवाले कर दिया था। ऐसे मामलों में भीड़ द्वारा कानून अपने हाथ में लेना चिंता का विषय बन चुका है।