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2025 विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण और दलित उत्पीड़न का मुद्दा फिर से केंद्र में आ गया है। भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि राजद का जातीय आतंक अब दलितों के सम्मान और सुरक्षा पर सीधा हमला बन गया है।
गया की घटना ने फिर जगा दी जंगलराज की याद
अमित मालवीय का बयान गया जिले में एक दलित महिला के साथ हुए कथित गैंगरेप और हिंसा की घटना के बाद आया है। घटना में बताया गया कि एक शादी समारोह में राजद समर्थकों की पसंद का गाना न बजाने पर पासवान समाज के लोगों को निशाना बनाया गया। पहले बेरहमी से पीटा गया और बाद में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
“जब सत्ता में नहीं हैं तब ये हाल है, सत्ता में रहते तो?” — अमित मालवीय
अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में तीखे शब्दों में कहा कि यह तो तब है जब सत्ता में नहीं हैं। सोचिए अगर सत्ता में होते तो क्या होता? यह कोई पहली घटना नहीं है। लालू यादव के जंगलराज में सबसे ज्यादा दलित ही पीड़ित रहे।
उनका आरोप है कि राजद की विचारधारा में दलितों के प्रति अपमान और घृणा गहराई से समाई हुई है। उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बाबा साहब अंबेडकर का बार-बार अपमान हुआ, लेकिन एक बार भी माफी नहीं मांगी गई।