बिहार में एक बार फिर कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। आरा जिले के अंबेडकर नगर में बुधवार को दिनदहाड़े एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस निर्मम घटना ने न केवल आम जनता को झकझोर दिया है, बल्कि यह भी दिखाता है कि राज्य में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं।
अपराधियों का तांडव: खुलेआम गोलियों की बौछार
प्राप्त जानकारी के अनुसार, युवक घर से कुछ ही दूरी पर स्थित एक स्थान पर जा रहा था, तभी अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हमले की क्रूरता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि घटनास्थल पर दहशत का माहौल बन गया।
हत्या के पीछे बदले की आशंका: आपसी रंजिश या पारिवारिक रंजिश?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक के बड़े भाई पर पहले से एक हत्या का आरोप है। संभावना जताई जा रही है कि इस हत्या के पीछे पारिवारिक रंजिश और बदले की भावना काम कर रही है। यानी पुराने केस में प्रतिशोध स्वरूप यह हमला किया गया हो सकता है। वहीं कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि मृतक की मां कथित तौर पर अवैध शराब के धंधे में लिप्त थी, जिससे उनके परिवार को पहले से ही अपराधियों की नजरों में रखा गया था।
पुलिस की कार्रवाई: जांच जारी, जल्द गिरफ्तारी का दावा
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने बताया कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। हालांकि अब तक की स्थिति देखकर आम जनता और राजनीतिक विश्लेषकों की राय है कि बिहार में "कानून व्यवस्था महज कागज़ी साबित हो रही है"।