भारतीय सेना के जांबाज जवान और बिहार के बक्सर जिले के रहने वाले सुनील कुमार यादव ने बुधवार को शहादत को प्राप्त हो गए। वे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी ड्रोन हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए थे और लंबे इलाज के बाद भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
क्या हुआ था ऑपरेशन सिंदूर में?
9 मई 2025 की रात, जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन अटैक किया गया, जिसमें कई भारतीय सैनिक घायल हुए। इनमें सुनील यादव भी शामिल थे, जो गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें पहले राजौरी मिलिट्री हॉस्पिटल में इलाज दिया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर 15 मई को उधमपुर के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। दुर्भाग्य से, वे अपनी चोटों से उबर नहीं पाए और अपने प्राण त्याग दिए।
सुनील यादव बक्सर जिले के चौसा गांव के रहने वाले थे और भारतीय सेना में तैनात थे। उनकी शहादत ने न केवल उनके परिवार को दुःखी कर दिया, बल्कि पूरे बिहार को गर्व और दुख के मिश्रित भावों से भर दिया। उनके गांव में शोक की लहर है, और लोग उन्हें अंतिम सलामी देने के लिए एकत्र हो रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर: बिहार के अन्य शहीद जवान
सुनील यादव अकेले नहीं हैं जिन्होंने इस ऑपरेशन में अपने प्राण न्यौछावर किए। पिछले कुछ हफ्तों में बिहार के कई वीर जवान शहीद हुए हैं:
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मोहम्मद इम्तियाज (सारण जिला) – बीएसएफ के एसआई इम्तियाज पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए। 12 मई को उनका अंतिम संस्कार हुआ, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए।
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रामबाबू (सीवान जिला) – फरवरी 2025 में शादी करने वाले इस जवान की मौत ने उनकी पत्नी को मात्र 3 महीने में ही विधवा बना दिया।
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सिकंदर राउत (नालंदा जिला) – कुपवाड़ा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए। वे कुछ समय पहले तक झारखंड में तैनात थे।
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संतोष यादव (भागलपुर जिला) – नौशेरा में सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए।