/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/13/bjp-bihar-election-2025-2025-10-13-16-32-11.jpg)
पटना, वाईबीएन न्यूज। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के राजनीतिक समीकरण लगातार बदलते नजर आ रहे हैं। पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया के बीच एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) को उस वक्त झटका लगा जब पार्टी के पूर्व विधायक रामचंद्र सहनी ने भाजपा से नाता तोड़कर प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज का दामन थाम लिया।
सुगौल से भाजपा के विधायक रह चुके हैं रामचंद्र सहनी
रामचंद्र सहनी सुगौली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के टिकट पर विधायक रह चुके हैं और सीमांचल क्षेत्र में उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है। जनसुराज में शामिल होकर उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया है कि वे पारंपरिक राजनीति से हटकर नई सोच और जवाबदेही की राजनीति को प्राथमिकता दे रहे हैं। सहनी के पार्टी छोड़ने से न सिर्फ बीजेपी को झटका लगा है, बल्कि सीमांचल में जनसुराज के लिए यह बड़ा मनोवैज्ञानिक लाभ भी माना जा रहा है।
सहनी के शामिल होने के साथ ही जनसुराज का विस्तार तेज होता जा रहा है। प्रशांत किशोर ने पार्टी को प्रदेश के हर कोने में मजबूत करने के लिए लगातार सक्रिय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को जोड़ा है। दिलचस्प बात यह है कि एनडीए में सीट बंटवारा तय हो चुका है, लेकिन महागठबंधन अभी तक सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बना पाया है।
जनसुराज ने जारी की 65 उम्मीदवारों की दूसरी सूची
इसी दौरान, प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी की दूसरी उम्मीदवार सूची भी जारी की है। जनसुराज की इस लिस्ट में 65 नए उम्मीदवारों को मौका मिला है। इससे पहले पार्टी 51 नाम घोषित कर चुकी थी। यानी अब तक कुल 116 सीटों पर जनसुराज अपने प्रत्याशी उतार चुकी है। पीके ने बताया कि पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन में युवाओं, महिलाओं, और सामाजिक रूप से सक्रिय लोगों को प्राथमिकता दी है।
नई लिस्ट में सामाजिक विविधता का विशेष ध्यान रखा गया है। इसमें 21 मुस्लिम समुदाय, 21 ओबीसी वर्ग, और 31 एबीसी वर्ग के लोगों को टिकट दिया गया है। यह संयोजन बताता है कि जनसुराज खुद को केवल राजनीतिक विकल्प नहीं, बल्कि सामाजिक प्रतिनिधित्व का मंच बनाना चाहती है।
bihar election 2025 | bihar election 2025 live | Bihar Election 2025 News | Bihar election 2025 updates | prashant kishor bihar election 2025