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राजद से निष्कासित हसनपुर विधायक और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अपने राजनीतिक गठबंधन का ऐलान कर दिया है। उन्होंने इस गठबंधन का नाम “बिहार गठबंधन” रखा है और कहा है कि उनके लिए बिहार परिवार है और जनता ही असली मुख्यमंत्री है।
तेज प्रताप यादव हाल के दिनों में लगातार सक्रिय दिख रहे हैं। वे बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में जुटे हैं और जनता के बीच जाकर जन समस्याओं को उठाते हुए सरकार पर निशाना साध रहे हैं। अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर उन्होंने साफ किया कि मुख्यमंत्री बनने की उनकी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई बिहार की जनता के लिए है और वे जनता को ही असली सीएम मानते हैं।
अपने गठबंधन को लेकर तेज प्रताप ने दावा किया कि कई छोटे-बड़े दल उनके साथ आ रहे हैं और सब मिलकर दमखम के साथ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने इसे “टीम तेज प्रताप” का रूप दिया है और कहा कि उनका उद्देश्य विपक्ष और सत्ता दोनों को चुनौती देना है। दिलचस्प बात यह है कि इस ऐलान के साथ उन्होंने छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को आशीर्वाद भी दिया, यह दिखाते हुए कि भाईचारे की दीवार राजनीति से बड़ी है।
तेज प्रताप ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी को भी नसीहत दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां पर बनाए गए एआई वीडियो विवाद पर उन्होंने कांग्रेस को सीख दी कि “मां शब्द को राजनीति में तौलना पाप है और इससे भगवान का प्रकोप बढ़ता है।” उन्होंने कहा कि मां भगवान का रूप होती हैं और उन पर राजनीति करना शर्मनाक है।
यह बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से एक एआई जेनरेटेड वीडियो साझा किया गया था, जिसमें पीएम मोदी की मां को उनसे नाराज़ दिखाया गया। इस वीडियो ने बिहार से लेकर दिल्ली तक सियासी हलचल मचा दी है। तेज प्रताप यादव ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए खुद को राजनीतिक और सामाजिक रूप से अलग पहचान देने की कोशिश की है।