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धर्मेंद्र प्रधान Photograph: (X.com)
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का सियासी पारा अब तेजी से चढ़ रहा है। भाजपा ने चुनावी कमान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को सौंपी है और नई जिम्मेदारी मिलते ही वे एक्टिव मोड में आ गए हैं। शुक्रवार को धर्मेंद्र प्रधान पटना पहुंचेंगे, जहां वे बिहार भाजपा के नेताओं के साथ अहम बैठक करेंगे।
धर्मेंद्र प्रधान ने चुनाव प्रभारी नियुक्त होते ही स्पष्ट किया कि भाजपा और एनडीए बिहार में सत्ता दोबारा हासिल करने को लेकर पूरी तरह आत्मविश्वास से भरे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अनुभव के साथ जनता एक बार फिर एनडीए को मौका देगी। भाजपा का मानना है कि पिछले दो दशकों में नीतीश-भाजपा गठबंधन ने राज्य को विकास की नई दिशा दी है और यही उनका सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा होगा।
पटना में हुई बैठक में भाजपा के शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे। सूत्रों के अनुसार बैठक में संगठन की चुनावी तैयारियों, बूथ प्रबंधन, सोशल मीडिया प्रचार और संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा होगी। धर्मेंद्र प्रधान ने कार्यकर्ताओं को स्पष्ट संदेश दिया कि बिहार चुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय है और हर स्तर पर जुटकर चुनाव लड़ना होगा।
गुरुवार को भाजपा ने बिहार चुनाव प्रभारी के तौर पर धर्मेंद्र प्रधान की नियुक्ति की थी, जबकि उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल को सह प्रभारी बनाया गया है।
243 सीटों वाली बिहार विधानसभा के लिए चुनावी घोषणा अगले महीने तक होने की संभावना है। भाजपा नीतीश कुमार की जदयू, चिराग पासवान की लोजपा-आर, जीतन राम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। हालांकि अभी सीटों का बंटवारा तय नहीं हुआ है। सूत्र बताते हैं कि पटना की इस बैठक में इस पर भी शुरुआती चर्चा होगी।