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बिहार की सियासत में एक नया सर्वे सामने आया है, जो तेजस्वी यादव की बढ़ती लोकप्रियता और एनडीए की सरकार बनाने की संभावना के बीच दिलचस्प अंतर दिखाता है। इंकसाइट द्वारा 1 मई से 15 जून के बीच कराए गए ओपिनियन पोल के मुताबिक:
तेजस्वी यादव (RJD) – 38% लोगों की पहली पसंद (सबसे लोकप्रिय CM चेहरा)
नीतीश कुमार (JDU) – 36%
चिराग पासवान (LJP-Ram Vilas) – 5%
सम्राट चौधरी (BJP) – 2%
लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि 49% लोगों ने एनडीए सरकार बनने की भविष्यवाणी की, जबकि महागठबंधन (RJD+Congress+Left) को सिर्फ 36% समर्थन मिला।
क्या है इस विरोधाभास की वजह?
तेजस्वी की पर्सनैलिटी vs NDA का सामूहिक वोट बैंक: तेजस्वी युवाओं और वंचित तबकों में लोकप्रिय हैं, लेकिन NDA को ब्राह्मण, राजपूत, कोइरी, दलित और पसमांदा मुस्लिम वोटर्स का समर्थन मिल रहा है। चिराग पासवान का NDA में शामिल होना LJP का 5% वोट सीधे गठबंधन को देगा।
यादव-मुस्लिम समीकरण अभी भी RJD के साथ है। यादव वोटर्स: 57% महागठबंधन के साथ है जबकि 33% NDA के साथ दिख रहा है। वहीं मुस्लिम वोटर्स 68% महागठबंधन के साथ और 13% NDA के साथ है। यानी, RJD का कोर वोट बैंक टूटा नहीं है, लेकिन दूसरी जातियों में NDA मजबूत है।
नीतीश का "सुशासन बाबू" इमेज अभी भी काम कर रहा है। ग्रामीण महिलाओं और बुजुर्गों में नीतीश को विकास का गारंटी माना जाता है। सम्राट चौधरी (BJP) का 2% समर्थन दिखाता है कि OBC नेता के तौर पर वह अभी नीतीश/तेजस्वी जैसी पहचान नहीं बना पाए हैं।