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पटना , वाईबीएन डेस्क ।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने आगामी चुनावों को देखते हुए शुक्रवार को एक बड़ी घोषणा करते हुए राज्य के शिक्षा क्षेत्र से जुड़े कर्मचारियों को भारी राहत दी है। ट्वीटर पर जारी एक बयान में सीएम ने कहा कि मध्याह्न भोजन योजना में काम करने वाले रसोइयों, स्कूल प्रहरियों और शारीरिक शिक्षा अनुदेशकों के मानदेय में दोगुनी वृद्धि की गई है।
18 साल में शिक्षा बजट में 18 गुना वृद्धि
नीतीश कुमार ने अपने ट्वीट में बताया कि वर्ष 2005 में जब उनकी सरकार बनी थी, उस समय बिहार का शिक्षा बजट महज 4,366 करोड़ रुपये था। आज यह बजट बढ़कर 77,690 करोड़ रुपये हो गया है, जो लगभग 18 गुना अधिक है। इस दौरान राज्य सरकार ने बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की, नए स्कूल भवन बनवाए और शैक्षणिक बुनियादी ढांचे को मजबूत किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने में रसोइयों, रात्रि प्रहरियों और शारीरिक शिक्षा अनुदेशकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इनकी सेवाओं को देखते हुए सरकार ने नए निर्णय लिए हैं:
मध्याह्न भोजन योजना के रसोइयों का मासिक मानदेय 1,650 रुपये से बढ़ाकर 3,300 रुपये कर दिया गया है। माध्यमिक और उच्च विद्यालयों में कार्यरत रात्रि प्रहरियों का मानदेय 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये मासिक कर दिया गया है। शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों का मानदेय 8,000 रुपये से बढ़ाकर 16,000 रुपये करने के साथ ही उनकी वार्षिक वेतन वृद्धि भी 200 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये कर दी गई है।
चुनाव से पहले बड़ा कदम
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घोषणा आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर की गई है। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े ये कर्मी बड़ी संख्या में मतदाता हैं और उनके समर्थन को सुनिश्चित करना सरकार के लिए महत्वपूर्ण है। नीतीश कुमार ने अपने ट्वीट में कहा कि इस निर्णय से कर्मियों का मनोबल बढ़ेगा और वे और अधिक उत्साह के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।