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बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) में अब मात्र 4 महीने का समय बचा है और महागठबंधन (Mahagathbandhan) के साथी दल सीट बंटवारे (Seat Sharing) को लेकर गंभीर चर्चाओं में जुट गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, आरजेडी (RJD) ने कांग्रेस (Congress) से 25 सीटें छोड़ने की मांग की है, ताकि गठबंधन में नए साथियों को जगह दी जा सके।
महागठबंधन के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि RJD और अन्य सहयोगी दल चाहते हैं कि यादव-मुस्लिम (Yadav-Muslim) वोट बैंक से आगे बढ़कर एक व्यापक सामाजिक समीकरण बनाया जाए। इसके लिए मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी (VIP), झारखंड की झामुमो (JMM) और वामपंथी दल सीपीआई-एमएल (CPI-ML) को भी पर्याप्त सीटें देनी होंगी।
2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन महज 19 पर जीत हासिल की थी। ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि कांग्रेस के खराब प्रदर्शन ने पूरे महागठबंधन को नुकसान पहुंचाया था। इस बार RJD चाहती है कि कांग्रेस अपना दावा 45-50 सीटों तक सीमित रखे, ताकि अन्य दलों को मौका मिल सके।
किन दलों को मिल सकती हैं सीटें?
वीआईपी: मुकेश सहनी की पार्टी ने 60 सीटों की मांग की है। पिछले चुनाव में उन्होंने 4 सीटें जीती थीं।
सीपीआई-एमएल: वामपंथी दल 30 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है। 2020 में उसने 19 सीटों पर चुनाव लड़कर 12 पर जीत हासिल की थी।
झामुमो: झारखंड की हेमंत सोरेन की पार्टी को भी कुछ सीटें दी जा सकती हैं।