/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/07/tej-pratap-yadav-alliance-2025-08-07-09-41-59.jpg)
पटना , वाईबीएन डेस्क । बिहार की राजनीति में एक नया भूचाल आने वाला है। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने 2025 विधानसभा चुनाव से पहले एक ऐसा कदम उठाया है जिसने राजद समेत सभी प्रमुख दलों की नींद उड़ा दी है। पारिवारिक विवादों और राजनीतिक उपेक्षा से आहत तेज प्रताप ने पांच छोटे किंतु रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दलों के साथ मिलकर एक नया मोर्चा बना लिया है। यह कदम सिर्फ एक राजनीतिक गठजोड़ नहीं, बल्कि बिहार की सियासत में एक नए समीकरण की शुरुआत हो सकती है।
जानिए तेज प्रताप यादव के नए सहयोगियों के बारे में
तेज प्रताप यादव ने जिन पांच दलों के साथ हाथ मिलाया है, वे सभी बिहार की जमीनी राजनीति में अपना अलग प्रभाव रखते हैं:
विकास वंचित इंसान पार्टी (VVIP): प्रदीप निषाद उर्फ 'हेलीकॉप्टर बाबा' के नेतृत्व वाली यह पार्टी मल्लाह समुदाय के बीच मजबूत पकड़ रखती है। 2020 के चुनाव में इन्होंने सिमरी बख्तियारपुर सीट पर RJD को मात्र 1470 वोटों से हराया था।
भोजपुरिया जन मोर्चा: भरत सिंह के नेतृत्व वाला यह संगठन भोजपुरी भाषी क्षेत्रों में अलग राज्य के मुद्दे को लेकर सक्रिय है।
प्रगतिशील जनता पार्टी (PJP): मनोरंजन कुमार श्रीवास्तव की यह पार्टी पिछले चुनाव में महज 282 वोट ही जुटा पाई थी, लेकिन यह ब्राह्मण वोटों पर दावेदारी करती है।
वाजिब अधिकार पार्टी: विद्यानंद राम के नेतृत्व वाला यह दल पिछड़े वर्गों में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहा है।
संयुक्त किसान विकास पार्टी (SKVP): सुधीर कुमार की अगुवाई वाली यह पार्टी नालंदा जैसे क्षेत्रों में 25,000 से अधिक वोट हासिल कर चुकी है।
RJD के लिए क्यों है खतरा?
2020 के विधानसभा चुनाव में RJD को कई सीटों पर बेहद कम वोटों के अंतर से जीत या हार मिली थी। डेहरी (81 वोट), कुरहनी (480 वोट), हिलसा (13 वोट) और कल्याणपुर (सिर्फ 1 वोट) जैसी सीटों पर अगर तेज प्रताप का मोर्चा अपना प्रत्याशी उतारता है, तो RJD के वोट बंट सकते हैं। यह सीधे तौर पर NDA (BJP+JD(U)) को फायदा पहुंचाएगा।
क्या तेज प्रताप यादव बन सकते हैं किंगमेकर?
माना जा रहा है कि अगर तेज प्रताप यादव अपने इस गठबंधन को मजबूत करने में सफल होते हैं और कुछ प्रभावशाली नेताओं को अपने साथ जोड़ लेते हैं, तो वे बिहार चुनाव में किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं। फिलहाल, यह गठबंधन RJD के लिए चुनौती तो पेश कर रहा है, लेकिन इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि यह यादव और मुस्लिम वोटों को कितना बांट पाता है।
Bihar News Tej Pratap Yadav News