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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले INDIA गठबंधन के भीतर नए विवाद ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा RSS और CPI(M) की विचारधारा को समान बताए जाने पर वामदलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। सीपीआई(एम) महासचिव एम.ए. बेबी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और अज्ञानता भरा बयान बताते हुए कहा कि यह INDIA गठबंधन की एकता के लिए खतरा है।
राहुल गांधी का बयान: "RSS और CPI(M) में कोई अंतर नहीं"
राहुल गांधी ने केरल के कोट्टायम में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं RSS और CPI(M) दोनों से विचारधारा के स्तर पर लड़ता हूं। इन दोनों में लोगों के प्रति संवेदना का अभाव है। उनके इस बयान ने INDIA गठबंधन के सहयोगी दलों को नाराज कर दिया, जिसके बाद वर्चुअल बैठक में वामपंथी नेताओं ने इस मुद्दे को उठाया।
वामदलों की आपत्ति: "गठबंधन की एकता को खतरा"
सीपीआई नेता डी राजा ने कहा कि ऐसे बयान कैडरों में भ्रम पैदा करते हैं। एम.ए. बेबी ने वीडियो संदेश में कहा कि 2004 में कांग्रेस सरकार CPI(M) के समर्थन से बनी थी। RSS और CPI(M) की तुलना करना गलत है। उन्होंने राहुल के वायनाड चुनाव का जिक्र करते हुए कहा उन्हें RSS नहीं, बल्कि CPI के उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा।
केरल vs बिहार: गठबंधन की चुनौती
जहां राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस और वामदल INDIA गठबंधन में साथ हैं, वहीं केरल में दोनों प्रतिद्वंद्वी मोर्चों (UDF vs LDF) का हिस्सा हैं। बिहार में 2020 के चुनाव में वामदल महागठबंधन का हिस्सा थे, लेकिन अब सीट शेयरिंग को लेकर मतभेद सामने आए हैं।