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चुनाव आयोग (ECI) द्वारा बिहार में चल रहे विशेष सारांश पुनरीक्षण (SSR) में करीब 35 लाख अमान्य मतदाताओं का पता चला है। इस खुलासे ने राज्य में नया राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। RJD के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है कि अभी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है, ऐसे में आधी-अधूरी जानकारी सार्वजनिक करना संवैधानिक संस्था के लिए उचित नहीं है।
"25 जुलाई तक प्रक्रिया चलनी है"
मनोज झा ने कहा कि एक संवैधानिक संस्था को इस तरह बीच में नहीं बोलना चाहिए। यह प्रक्रिया 25 जुलाई तक चलनी है। सूत्रों के हवाले से आधी-अधूरी जानकारी सामने लाना उचित नहीं है। उन्होंने एक पत्रकार के खिलाफ दर्ज एफआईआर का भी जिक्र करते हुए कहा कि जब सच उजागर करने वाले पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज होते हैं, तो यह चुनाव आयोग की छवि के लिए अच्छा नहीं है।
दरअसल, चुनाव आयोग की यह विशेष जांच अभियान बिहार की मतदाता सूची से डुप्लीकेट, मृत या गलत तरीके से पंजीकृत मतदाताओं को हटाने के लिए चलाया जा रहा है। हालांकि, इतनी बड़ी संख्या में अमान्य मतदाताओं का पता चलना राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय बन गया है।