बिहार में अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस और एसटीएफ लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में मुंगेर जिले के जमालपुर थाना क्षेत्र में एक अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है। संयुक्त छापेमारी में 19 अर्धनिर्मित पिस्टल, मशीनें और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं, साथ ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रामपुर बस्ती में चल रही इस अवैध फैक्ट्री की जानकारी गुप्त सूत्रों से मिली थी। इसके बाद मुंगेर पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने रातोंरात छापा मारकर मिनी गन फैक्ट्री को ध्वस्त कर दिया। छापे के दौरान हैवी लेथ मशीन, मिलर मशीन, ड्रिल मशीन, पंच औजार और कच्चा माल भी जब्त किया गया।
कौन हैं गिरफ्तार आरोपी?
पुलिस ने जिन तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है, उनके नाम हैं:
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बृजेश कुमार सिंह (उर्फ कारे सिंह) – रामपुर बस्ती निवासी
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रवि कुमार (उर्फ रवि शर्मा)
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मोहम्मद रेहान (उर्फ बिट्टू)
इन पर अवैध हथियार निर्माण और तस्करी का आरोप है। पुलिस इनके संपर्क में रहे अन्य गिरोहों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
आरोपी के परिजनों का दावा
गिरफ्तार आरोपी कारे सिंह की माँ ने पुलिस से कहा कि उनके बेटे ने दो महीने पहले घर के पिछले कमरे को किराए पर दे दिया था और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि वहां हथियार बनाने का अवैध कारोबार चल रहा है। हालांकि, पुलिस इस दावे की पुष्टि करने के लिए गहन जांच कर रही है।
बिहार में बढ़ती अवैध हथियारों की समस्या
बिहार, खासकर मुंगेर और जमालपुर, लंबे समय से अवैध हथियार निर्माण के लिए कुख्यात रहा है। पुलिस के अनुसार, यहां बनाए गए देशी पिस्टल (कट्टा) देश के अन्य राज्यों में तस्करी कर भेजे जाते हैं। हाल के वर्षों में एसटीएफ और केंद्रीय एजेंसियों ने कई ऐसी फैक्ट्रियों को ध्वस्त किया है, लेकिन यह सिलसिला थम नहीं रहा है।