/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/21/bihar-nda-seat-sharing-2025-09-21-18-54-17.png)
बिहार की राजनीति में सीट बंटवारे पर एनडीए का खाका लगभग तय माना जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हालिया मुलाकात ने इस चर्चा को और मजबूती दी है। सूत्रों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के बीच विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सीट शेयरिंग पर प्रारंभिक सहमति बन चुकी है। अब बारी लोजपा (चिराग पासवान गुट), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) जैसे सहयोगी दलों से बात करने की है।
माना जा रहा है कि इस पर अंतिम निर्णय नवरात्र के दौरान घोषित किया जाएगा। 22 सितंबर से शुरू होने वाला यह पर्व NDA के लिए शुभ अवसर माना जा रहा है और इसी समय जनता को गठबंधन की मजबूती का संदेश देने की योजना बनाई गई है। पटना के राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि ऐलान ऐसे वक्त किया जाएगा जब आम लोगों को जीएसटी की नई दरों का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। यह कदम न केवल चुनावी रणनीति बल्कि राजनीतिक संदेश देने का भी हिस्सा होगा।
2020 के विधानसभा चुनावों में जेडीयू कमजोर साबित हुई थी और भाजपा बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी। लेकिन नीतीश कुमार के एनडीए में वापसी के बाद समीकरण फिर से बदले हैं। भाजपा यह सुनिश्चित करना चाहती है कि गठबंधन में सभी दलों को संतुलित हिस्सेदारी मिले ताकि विपक्षी INDIA गठबंधन के सामने एकजुट मोर्चा पेश किया जा सके। वहीं नीतीश कुमार भी अपनी राजनीतिक स्थिति को सुरक्षित और सम्मानजनक बनाए रखने की कोशिश में हैं।
माना जा रहा है कि NDA में सीट बंटवारे का फार्मूला इस बार बेहद संतुलित होगा। भाजपा अपनी स्थिति मजबूत रखते हुए भी नीतीश कुमार को उपेक्षित नहीं करना चाहेगी क्योंकि गठबंधन की सफलता काफी हद तक मुख्यमंत्री के जनाधार और अनुभव पर भी निर्भर करेगी। दूसरी ओर, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी जैसे सहयोगी दल अपनी भूमिका को और सशक्त बनाने की जुगत में लगे हैं।
दुर्गा पूजा के बाद चुनाव की तारीखों का ऐलान किसी भी समय हो सकता है। छठ पूजा के बाद मतदान की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में NDA सीट बंटवारे के ऐलान के जरिये समय रहते जनता के बीच एकता का संदेश देना चाहता है ताकि विपक्षी हमलों को काउंटर किया जा सके।
Bihar news | Bihar news 2025 | Bihar News Hindi | bihar newslive