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पटना में गुरुवार को आयोजित बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अभूतपूर्व स्थिति का सामना करना पड़ा। मंच पर मौजूद नीतीश कुमार के भाषण के दौरान ही भीड़ में बैठे मदरसा शिक्षक और प्रतिभागी नाराज हो गए और जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। नाराजगी इस बात को लेकर थी कि जिस घोषणा की उम्मीद लेकर वे कार्यक्रम स्थल पर आए थे, वह नहीं की गई।
नीतीश की मौजूदगी में हुआ हंगामा
कार्यक्रम में आए लोगों का कहना था कि उन्हें बताया गया था कि आज 1659 मदरसों से संबंधित बड़ी घोषणा की जाएगी। इसी आधार पर उन्हें पटना बुलाया गया, लेकिन भाषण के दौरान ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई। जब मुख्यमंत्री अपना संबोधन समाप्त कर रहे थे, तभी भीड़ में मौजूद लोगों ने पर्चे लहराना शुरू कर दिया और "मुसलमानों को बेवकूफ बनाना बंद करो" जैसे नारे लगाने लगे। देखते ही देखते माहौल इतना गरमा गया कि मंच और पंडाल में अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई।
नीतीश के आश्वासन पर भी नहीं रुका हंगामा
शुरुआत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भीड़ से आए ज्ञापन को नहीं लिया, लेकिन हालात बिगड़ते देख वे खुद आगे बढ़े और ज्ञापन स्वीकार किया। इसके साथ ही उन्होंने नाराज शिक्षकों और उपस्थित लोगों को भरोसा दिलाया कि अगर कोई समस्या है तो उसका समाधान जरूर किया जाएगा। हालांकि भीड़ की नाराजगी इतनी ज्यादा थी कि कार्यक्रम का पूरा फोकस नीतीश के भाषण से हटकर हंगामे पर आ गया।