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पटना , वाईबीएन डेस्क ।बिहार पुलिस (Bihar Police) ने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पिछले छह महीनों में ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। राज्य के डीजीपी विनय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल जनवरी से जून तक 64 हजार से अधिक अपराधियों को सजा सुनाई गई है, जिसमें तीन को फांसी और 601 को आजीवन कारावास की सजा मिली है।
बिहार में अपराधियों पर शिकंजा
डीजीपी के अनुसार, बिहार पुलिस ने इस साल की पहली छमाही में 46 हजार मामलों का निष्पादन किया है। सजा पाने वाले 64 हजार अभियुक्तों में से 307 को 10 साल से अधिक, 760 को 10 साल से कम और 1,284 को दो साल तक की सजा हुई है। वहीं, 61,143 अभियुक्तों को जुर्माना भरकर या मुचलका लेकर रिहा किया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, मौत की सजा पाने वाले तीनों अपराधियों में से दो मधुबनी और एक कटिहार के हैं। वहीं, आजीवन कारावास की सजा पाने वालों में पटना सबसे आगे है, जहां 35 अपराधियों को उम्रकैद हुई। इसके बाद छपरा (34), मधेपुरा (33), शेखपुरा (32) और बेगूसराय (31) जैसे जिले शामिल हैं। 10 साल से अधिक सजा पाने वालों में भोजपुर के 20 आरोपी शीर्ष पर हैं।
इस साल सबसे अधिक 56,897 मामले शराबबंदी कानून के तहत दर्ज हुए। इसके अलावा, हत्या (611), आर्म्स एक्ट (231), बलात्कार (122), मादक पदार्थों की तस्करी (284), पॉक्सो एक्ट (154) और एससी-एसटी एक्ट (151) के तहत सजाएं सुनाई गईं।
अब गवाही भी होगी ऑनलाइन!
डीजीपी ने बताया कि लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा करने और दोषसिद्धि दर बढ़ाने के लिए पुलिस ऑनलाइन गवाही पर भी जोर दे रही है। इसके तहत पुलिस अधिकारियों से लेकर डॉक्टरों तक की गवाही डिजिटल माध्यम से ली जा रही है।
Bihar Police Action