बिहार (Bihar) के कटिहार (Katihar) ज़िले में हुई थाने पर हमले की घटना ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दोनों उपमुख्यमंत्रियों पर सीधा हमला बोलते हुए उन्हें "डरपोक, निकम्मा और नकारा" बताया है।
तेजस्वी यादव ने इस पूरे घटनाक्रम को भाजपा समर्थित गुंडागर्दी करार देते हुए केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने एक ट्वीट कर लिखा कि "गुंडों, अपराधियों और बलात्कारियों की पार्टी BJP का नेता शराब तस्कर को छुड़ाने थाने पर चढ़ गया, पुलिस को पीटा, वर्दी फाड़ी और थानाध्यक्ष को लहूलुहान कर दिया।"
क्या है पूरा मामला?
घटना कटिहार के डंडखोरा थाना क्षेत्र की है, जहां भाजपा प्रखंड अध्यक्ष और रायपुर पंचायत के मुखिया आलोक चौहान करीब 150 समर्थकों के साथ थाने पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। उनका मकसद थाने में बंद एक शराब तस्कर को छुड़वाना था। जब पुलिस ने मना किया, तो भीड़ ने लाठी-डंडों और पत्थरों से पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। थानाध्यक्ष ओमप्रकाश महतो समेत पांच जवान घायल हो गए। भीड़ ने पुलिस के दस्तावेजों को भी नुकसान पहुंचाया और रिवॉल्वर तक छीनने की कोशिश की।
तेजस्वी का सीधा सवाल प्रधानमंत्री से
तेजस्वी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधते हुए पूछा कि "क्या आप 4 मई को बिहार आकर उन भाजपा नेताओं को सम्मानित करेंगे, जिन्होंने पुलिस पर हमला किया? या फिर अपराधियों की जाति पर आधारित पाठ पढ़ाएंगे?"
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह अचेत हैं और राज्य के डिप्टी सीएम भाजपा के अपराधियों को खुली छूट दे रहे हैं। "ये दोनों उपमुख्यमंत्री तब ही बोलते हैं जब अपराधी उनकी जाति के होते हैं, वरना बिल में घुस जाते हैं।"
तेजस्वी यादव ने इस हमले को "जंगलराज की वापसी" कहा है — लेकिन एक ट्विस्ट के साथ: "अब जंगलराज भाजपाई रंग में है। पुलिस पिट रही है और सरकार सो रही है।"