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बिहार की राजनीति में शुक्रवार को एक अप्रत्याशित लेकिन अहम मुलाकात सुर्खियों में आ गई। भोजपुरी सिंगर और अभिनेता पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने पटना स्थित शेखपुरा हाउस में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) से मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है और हर राजनीतिक हलचल को नए नजरिए से देखा जा रहा है।
हालांकि इस मुलाकात ने जितनी अटकलें पैदा कीं, उतनी ही जल्दी ज्योति सिंह ने खुद उन पर विराम भी लगा दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मैं यहां टिकट मांगने या चुनाव लड़ने के लिए नहीं आई हूं। मेरा उद्देश्य सिर्फ इतना है कि जो अन्याय मैंने झेला है, वैसा कोई और महिला न झेले। मैं उन सभी पीड़ित महिलाओं की आवाज बनना चाहती हूं। हमारी बातचीत में राजनीति या चुनाव का कोई मुद्दा नहीं उठा।
ज्योति सिंह और पवन सिंह के पारिवारिक विवाद पहले से ही सार्वजनिक हो चुके हैं, ऐसे में उनकी PK से मुलाकात को लेकर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इसे उनके राजनीतिक एंट्री की तैयारी बताया, लेकिन खुद ज्योति सिंह ने इस संभावना से इनकार किया।
मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ज्योति सिंह एक बिहारी महिला के रूप में मुझसे मिलीं। उन्होंने चुनाव लड़ने की न तो बात की और न ही टिकट मांगा। वे एक गंभीर अन्याय का सामना कर रही हैं और चाहती हैं कि बिहार में किसी और महिला को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े। जन सुराज उनकी सुरक्षा और लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए उनके साथ है, लेकिन पारिवारिक मामलों में पार्टी कोई भूमिका नहीं निभा सकती।
प्रशांत किशोर ने साफ किया कि उन्होंने ज्योति सिंह को सलाह दी है कि वे कानून के दायरे में रहकर अपनी लड़ाई लड़ें। उन्होंने कहा कि पवन सिंह मेरे मित्र हैं, लेकिन निजी मामलों पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। अगर ज्योति सिंह मुझसे मिलने आई हैं तो यह एक सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा है कि मैं उनकी बात सुनूं। उन्होंने मुझसे किसी भी प्रकार की राजनीतिक या व्यक्तिगत मांग नहीं की है।