बिहार में एक बार फिर जातीय और लैंगिक असंवेदनशीलता को लेकर राजनीति गर्मा गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की महिला प्रवक्ता सारिका पासवान पर भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच फाउंडेशन के अध्यक्ष आशुतोष कुमार द्वारा की गई आपत्तिजनक और अशोभनीय टिप्पणी ने पूरे राजनीतिक माहौल में उबाल ला दिया है।
आरजेडी ने ट्वीट करते हुए साफ कहा कि "दो कौड़ी के लफंगे तेरी, तेरे खानदान की औकात नहीं है कि बहुजन बेटी की तरफ आंख उठा कर देख ले। ये नब्बे के बाद का दौर है।" पार्टी ने इस बयान के माध्यम से न सिर्फ आशुतोष कुमार पर निशाना साधा, बल्कि BJP और RSS की विचारधारा को भी आड़े हाथों लिया।
आरजेडी का स्पष्ट स्टैंड: सारिका के साथ चट्टान की तरह खड़ी
RJD ने पार्टी प्रवक्ता सारिका पासवान के समर्थन में पूरे दम से खड़े होकर यह संदेश दे दिया कि दलित, महिला और बहुजन आवाजों को दबाया नहीं जा सकता। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पार्टी ने खुले शब्दों में कहा कि—"बिहार के 90% बहुजन अब संघी भाजपाई नफरती कीट-पतंगों को चप्पल और गोबर पर भी नहीं बैठने देते।"
सारिका पासवान का तीखा जवाब: महाभारत का उदाहरण और दुर्योधन की तुलना
सारिका पासवान ने इस विवाद का जवाब शास्त्रीय और राजनीतिक रूप से आक्रामक अंदाज में दिया।
उन्होंने महाभारत का उल्लेख करते हुए लिखा कि "महाभारत की शुरुआत साड़ी खींचने से हुई थी। फिर श्रीकृष्ण ने क्या किया, ये भागवत गीता में वर्णित है। अब रण होगा, याचना नहीं। विध्वंस विध्वंस विध्वंस!"
दबाव में आए आशुतोष कुमार, मांगी माफी
तेज़ आलोचना और विरोध के बाद आशुतोष कुमार ने फेसबुक के माध्यम से माफी जारी की। उन्होंने कहा कि "मेरे फेसबुक अकाउंट से आईटी टीम द्वारा बिना मेरी जानकारी के यह अभद्र पोस्ट की गई थी। मैं किसी महिला पर ऐसी भाषा का समर्थन नहीं करता। हम शर्मिंदा हैं।"
हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे ब्रह्मेश्वर मुखिया पर सारिका की टिप्पणी से सहमत नहीं हैं, लेकिन भाषा का यह स्तर उचित नहीं था।
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भूमिहार Vs पासवान: RJD प्रवक्ता सारिका पासवान पर अभद्र टिप्पणी ने बिढ़ाया बिहार का सियासी तापमान
बिहार राजनीति में हंगामा: भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के आशुतोष कुमार ने RJD प्रवक्ता सारिका पासवान पर की अभद्र टिप्पणी, राजद ने दिया तीखा जवाब। अब आरोपी ने मांगी माफी। पढ़ें पूरा विवाद।
बिहार में एक बार फिर जातीय और लैंगिक असंवेदनशीलता को लेकर राजनीति गर्मा गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की महिला प्रवक्ता सारिका पासवान पर भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच फाउंडेशन के अध्यक्ष आशुतोष कुमार द्वारा की गई आपत्तिजनक और अशोभनीय टिप्पणी ने पूरे राजनीतिक माहौल में उबाल ला दिया है।
आरजेडी ने ट्वीट करते हुए साफ कहा कि "दो कौड़ी के लफंगे तेरी, तेरे खानदान की औकात नहीं है कि बहुजन बेटी की तरफ आंख उठा कर देख ले। ये नब्बे के बाद का दौर है।" पार्टी ने इस बयान के माध्यम से न सिर्फ आशुतोष कुमार पर निशाना साधा, बल्कि BJP और RSS की विचारधारा को भी आड़े हाथों लिया।
आरजेडी का स्पष्ट स्टैंड: सारिका के साथ चट्टान की तरह खड़ी
RJD ने पार्टी प्रवक्ता सारिका पासवान के समर्थन में पूरे दम से खड़े होकर यह संदेश दे दिया कि दलित, महिला और बहुजन आवाजों को दबाया नहीं जा सकता। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पार्टी ने खुले शब्दों में कहा कि—"बिहार के 90% बहुजन अब संघी भाजपाई नफरती कीट-पतंगों को चप्पल और गोबर पर भी नहीं बैठने देते।"
सारिका पासवान का तीखा जवाब: महाभारत का उदाहरण और दुर्योधन की तुलना
सारिका पासवान ने इस विवाद का जवाब शास्त्रीय और राजनीतिक रूप से आक्रामक अंदाज में दिया।
उन्होंने महाभारत का उल्लेख करते हुए लिखा कि "महाभारत की शुरुआत साड़ी खींचने से हुई थी। फिर श्रीकृष्ण ने क्या किया, ये भागवत गीता में वर्णित है। अब रण होगा, याचना नहीं। विध्वंस विध्वंस विध्वंस!"
दबाव में आए आशुतोष कुमार, मांगी माफी
तेज़ आलोचना और विरोध के बाद आशुतोष कुमार ने फेसबुक के माध्यम से माफी जारी की। उन्होंने कहा कि "मेरे फेसबुक अकाउंट से आईटी टीम द्वारा बिना मेरी जानकारी के यह अभद्र पोस्ट की गई थी। मैं किसी महिला पर ऐसी भाषा का समर्थन नहीं करता। हम शर्मिंदा हैं।"
हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे ब्रह्मेश्वर मुखिया पर सारिका की टिप्पणी से सहमत नहीं हैं, लेकिन भाषा का यह स्तर उचित नहीं था।