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बिहार की सियासत में बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप आम बात है, लेकिन इस बार मामला और गंभीर हो गया है। नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव पर AIMIM कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि उन्होंने गाड़ी चढ़ाने का आदेश दिया। यह आवेदन दरभंगा जिले के बिरौल थाने में दिया गया है, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
मामला 19 सितंबर का बताया जा रहा है, जब तेजस्वी यादव अपनी “बिहार अधिकार यात्रा” के दौरान बिरौल-गंडौल एसएच 56 स्थित हाटी-कोठी चौक पर पहुंचे थे। इसी दौरान AIMIM कार्यकर्ता अख्तर शहंशाह ने तेजस्वी यादव से एआईएमआईएम को महागठबंधन में शामिल करने की मांग की। आरोप है कि इसी बात पर नाराज होकर तेजस्वी यादव ने कथित तौर पर अपने ड्राइवर से कहा कि इसके ऊपर गाड़ी चढ़ा दो। कार्यकर्ता का दावा है कि इसके बाद गाड़ी उसके ऊपर चढ़ा दी गई, जिससे उसका दाहिना पैर फ्रैक्चर हो गया।
इस पूरे विवाद में पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. अशरफ अली फातमी का नाम भी घसीटा गया है। शहंशाह का आरोप है कि दोनों नेताओं की मौजूदगी में यह घटना हुई। हालांकि राजद जिलाध्यक्ष उदय शंकर यादव ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि यदि ऐसा हुआ है तो सबूत पेश किए जाएं।