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बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विपक्ष ने सरकार के खिलाफ अनूठे तरीके से विरोध दर्ज किया। राजद विधायकों ने काले कपड़े पहनकर सदन में प्रवेश किया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी काली साड़ी में नजर आईं। विपक्ष के इस प्रतीकात्मक विरोध पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "ये जनता द्वारा कालिख पोतने का पूर्वाभ्यास कर रहे हैं।"
सदन में हंगामा, कार्यवाही स्थगित
विपक्ष ने एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) और राज्य में बढ़ते अपराधों के मुद्दे पर कार्यस्थगन प्रस्ताव रखा। जब स्पीकर नंद किशोर यादव ने इस मांग को ठुकराया तो विपक्षी विधायकों ने जमकर हंगामा किया। स्थिति यहां तक बिगड़ी कि विपक्षी सदस्यों ने विधानसभा प्रवेश द्वार पर धरना दे दिया और स्पीकर सहित अन्य सदस्यों को अंदर जाने से रोकने की कोशिश की। इस अराजकता के बीच स्पीकर को सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
विपक्ष के काले कपड़ों वाले प्रदर्शन पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी के वरिष्ठ नेता हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि जनता इन्हें आने वाले दिनों में कालिख पोतने वाली है, ये उसका रिहर्सल कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भी विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ये अपने काले कारनामों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।
विधान परिषद में भी अशांति
इसी बीच विधान परिषद में भी विपक्षी सदस्यों ने एसआईआर मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा किया। राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कार्यस्थगन प्रस्ताव रखा, लेकिन सभापति अवधेश नारायण सिंह ने इसे खारिज कर दिया। हंगामे के बीच परिषद की कार्यवाही भी स्थगित करनी पड़ी।