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बिहार में मतदाता सूची (Bihar Voter List) से 65 लाख नामों को हटाए जाने का मामला गर्माया हुआ है। चुनाव आयोग (Election Commission) ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हटाए गए नामों की पूरी सूची जारी कर दी है। यह सूची अब जिला मजिस्ट्रेटों की वेबसाइटों पर उपलब्ध है, जहाँ मतदाता अपना नाम चेक कर सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश, 56 घंटे के अंदर जारी हुई लिस्ट
सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) के तहत हटाए गए मतदाताओं की सूची सार्वजनिक करने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि हर मतदाता को यह जानने का अधिकार है कि उसका नाम क्यों हटाया गया। चुनाव आयोग ने 56 घंटे के भीतर इस सूची को जारी कर दिया, जिसमें बूथ, वार्ड, एपिक नंबर और नाम हटाने के कारण भी शामिल हैं।
कैसे चेक करें अपना नाम?
अगर आप बिहार के मतदाता हैं और जानना चाहते हैं कि आपका नाम वोटर लिस्ट में है या नहीं, तो निम्न तरीके से चेक कर सकते हैं:
जिला मजिस्ट्रेट की वेबसाइट पर जाएँ – हर जिले की आधिकारिक वेबसाइट पर हटाए गए नामों की सूची अपलोड की गई है।
बूथ वार्ड और एपिक नंबर से सर्च करें – सूची में बूथ नंबर, वार्ड और एपिक नंबर के आधार पर नाम ढूंढा जा सकता है।
नाम हटाने का कारण भी मौजूद – अगर किसी का नाम हटाया गया है, तो उसके पीछे का कारण (जैसे मृत्यु, डुप्लीकेट एंट्री, फर्जीवाड़ा या स्थानांतरण) भी दर्ज है।
क्यों हटाए गए इतने सारे नाम?
चुनाव आयोग ने बताया कि SIR के तहत बिहार की मतदाता सूची की गहन जांच की गई थी। इस दौरान डुप्लीकेट एंट्री, फर्जी नाम, मृत मतदाताओं के रिकॉर्ड और दूसरे राज्यों में ट्रांसफर हो चुके लोगों के नाम हटाए गए। आयोग का दावा है कि इससे वोटर लिस्ट और पारदर्शी बनेगी।