/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/04/bihar-weather-2025-10-04-08-37-22.png)
बिहार में मौसम ने फिर करवट बदल ली है। मॉनसून के आखिरी चरण में भी राज्य के कई जिलों में लगातार भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने शनिवार को मुजफ्फरपुर, वैशाली, सारण और भोजपुर में रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में आंधी, वज्रपात और मूसलाधार बारिश की आशंका जताई गई है। राजधानी पटना समेत दरभंगा, मधुबनी और उत्तर बिहार के कई जिलों में भी दिनभर बारिश की संभावना बनी हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन का असर पूरे बिहार पर पड़ रहा है। पिछले तीन दिनों से मॉनसून की गतिविधियां अचानक तेज हो गई हैं। शुक्रवार को पटना समेत 14 जिलों में झमाझम बारिश हुई, जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट आई, लेकिन न्यूनतम तापमान बढ़ा। इससे उमस भरी ठंडक का अहसास लोगों को परेशान कर रहा है।
शनिवार को जारी पूर्वानुमान के मुताबिक सुपौल, मुजफ्फरपुर और सारण में बहुत भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं गोपालगंज, सीवान, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, सहरसा, मधेपुरा, अररिया और पूर्णिया समेत कई जिलों में येलो अलर्ट लागू है। इन इलाकों में बिजली गिरने और पेड़ गिरने जैसी घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी दो से तीन दिन तक राज्य में तेज हवा और बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। ग्रामीण इलाकों में जलजमाव और निचले हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। खासकर उत्तर बिहार के जिलों में किसानों को धान कटाई और खरीफ फसलों को भारी नुकसान का खतरा है। 7 अक्टूबर के बाद बारिश की तीव्रता में कमी आने की संभावना जताई गई है।
तेज बारिश और वज्रपात से बचाव के लिए मौसम विभाग ने लोगों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। वहीं बिजली गिरने के दौरान खुले स्थानों से दूर रहने और मोबाइल फोन के उपयोग से बचने की चेतावनी दी गई है।
बिहार के लोग इस समय मौसम की मार झेल रहे हैं। राजधानी पटना की सड़कें जगह-जगह जलमग्न हो चुकी हैं, जबकि मुजफ्फरपुर और वैशाली में प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। बारिश और तेज हवाओं से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है।