बिहार की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। नीतीश कुमार सरकार में भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री और भाजपा नेता संजय सरावगी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को 'टीका मिटाने वाला फर्जी हिंदू' करार देकर सियासी बहस छेड़ दी है। उनके इस बयान ने राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है, जहां भाजपा-जदयू और RJD-कांग्रेस के बीच तीखी बहस छिड़ गई है।
क्या कहा भाजपा मंत्री ने?
कैमूर में एक जनसभा के दौरान सरावगी ने कहा कि तेजस्वी यादव मंदिर जाकर टीका लगवाते हैं, फिर दूसरों के बीच जाते ही मिटा देते हैं। यह फर्जी हिंदू होने की निशानी है। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू परिवार ने बिहार को लूटा है और तेजस्वी सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करते हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने इस बयान का समर्थन करते हुए तेजस्वी पर "सांप्रदायिक और भ्रष्टाचारी" होने का आरोप लगाया।
RJD और कांग्रेस का जवाबी हमला
RJD प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि भाजपा खुद धर्म की राजनीति करती है और दूसरों पर आरोप लगाती है। बिहार में जमीन सर्वे के नाम पर लूट हो रही है। कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने याद दिलाया कि नीतीश कुमार ने भी टीका लगवाकर पोंछ दिया था, क्या उन्हें भी फर्जी हिंदू कहेंगे?
यह विवाद 2025 बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उठा है, जहां धर्म और विकास दोनों मुद्दे प्रमुख हैं। भाजपा हिंदुत्व एजेंडे को मजबूत करना चाहती है, जबकि RJD सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता की बात कर रही है। जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने तेजस्वी पर "तुष्टिकरण की राजनीति" करने का आरोप लगाया।