बिहार के गोपालगंज जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। श्यामपुर इलाके में अपने लकवाग्रस्त पिता के लिए पानी लाने गई एक किशोरी को तीन दरिंदों ने अगवा कर लिया और सुनसान गली में उसके साथ बर्बरता की। बेहोश हालत में मिली किशोरी की आपबीती सुन हर कोई सन्न है।
पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह अस्पताल के पास ट्रेन का इंतजार कर रही थी, तभी उसके पिता को प्यास लगी। पानी लेने के लिए चापाकल की ओर बढ़ी तो तीन बदमाशों ने उसे दबोच लिया। मुंह में कपड़ा ठूंसकर वे उसे एक सुनसान गली में ले गए, जहां उसके साथ बर्बर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। विरोध करने पर किशोरी के साथ बेरहमी से मारपीट भी की गई। शरीर पर नाखूनों के गहरे जख्म आज भी उसकी पीड़ा को बयां कर रहे हैं।
वारदात के बाद आरोपी किशोरी को अधमरी हालत में छोड़ फरार हो गए। कुछ देर बाद स्थानीय लोगों ने बेहोश किशोरी को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। उसे नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां अब उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
एक आरोपी गिरफ्त में, दो की तलाश जारी
गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक आरोपी अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने अपराध स्वीकार भी कर लिया है। शेष दो फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में स्पीडी ट्रायल के जरिए जल्द से जल्द आरोपियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। एसएफएल (फॉरेंसिक टीम) भी साक्ष्य जुटाने में लगी है ताकि जांच में कोई कोताही न रह जाए।
पिता की टूटी आवाज: "इसे इंसाफ चाहिए"
अस्पताल में जब पीड़िता के लकवाग्रस्त पिता अपनी बेटी से मिलने पहुंचे, तो उसका हालत देखकर वे फफक पड़े। अपनी अशक्तता पर दुखी पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। अस्पताल में मौजूद परिजनों ने बताया कि पीड़िता की इस वर्ष शादी तय थी, लेकिन अब पूरा परिवार सदमे में है।