पटना, वाईबीएन संवाददाता। बिहार के भोजपुर जिले के गड़हनी थाना क्षेत्र अंतर्गत लहरपा गांव में सोमवार को हुई खूनी झड़प ने एक बार फिर से राज्य की कानून-व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। गांव में चल रही एक बारात के दौरान पुराने विवाद ने ऐसा रूप ले लिया कि मौके पर ही दो युवकों की जान चली गई और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दो गुटों के बीच पहले कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते हिंसा में बदल गई। गांव के ही आपराधिक छवि वाले कुछ बदमाशों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें राहुल और सोनू नामक दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बीच-बचाव करने आए तीन ग्रामीण भी गोली लगने से घायल हो गए, जिन्हें गंभीर हालत में आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनमें से दो की हालत नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही भोजपुर एसपी राज और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पूरे गांव में तनाव का माहौल है और लोग भय के साये में हैं। पुलिस ने फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी है लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली और अपराध पर नियंत्रण को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल यह है कि जब राज्य में कानून का सख्ती से पालन करने की बात कही जाती है, तब गांव के बीचोंबीच बारात में खुलेआम फायरिंग कैसे हो जाती है?
पहले भी विवाद होते रहे हैं
स्थानीय लोगों का कहना है कि लहरपा गांव में पहले भी विवाद होते रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे हालात यहां तक पहुंच गए। अब देखना होगा कि पुलिस सिर्फ "जांच जारी है" तक सीमित रहती है या दोषियों को जल्द गिरफ्त में लेकर सख्त कार्रवाई होती है।
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