पटना: जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आ रहे हैं, राज्य की सियासत में हलचल तेज होती जा रही है। इस कड़ी में बड़ा राजनीतिक संकेत चिराग पासवान (Chirag Paswan) की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) यानी LJP(R) की ओर से आया है। 16 मई को पटना में पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी बैठक का आयोजन किया गया, जहां से चिराग पासवान ने यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी पार्टी आगामी चुनाव में एनडीए में रहते हुए भी “स्वतंत्र पहचान” के साथ मैदान में उतरेगी।
"पद नहीं, बिहार की सेवा चाहिए" - चिराग का संकल्प
एक निजी चैनल से बातचीत में चिराग पासवान ने कहा था कि मैं बिहार वापस जाना चाहता हूं। किसी पद की भूख नहीं है। मैं सिर्फ बिहार के लिए काम करना चाहता हूं। उनके इस बयान को पार्टी की चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जहां LJP(R) "चेहरे की राजनीति" की बजाय मुद्दों और विकास पर फोकस करने की छवि बना रही है।
पार्टी के प्रस्तावों से स्पष्ट हुई चुनावी दिशा
प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी और सांसद अरुण भारती की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रस्तावों को पारित किया गया। इसमें प्रमुख रूप से यह तय किया गया कि LJP(R) आने वाले चुनाव में न केवल स्वतंत्र रूप से सीटों की मांग करेगी, बल्कि जनता के बीच खुद को एक अलग ब्रांड के रूप में प्रस्तुत करेगी। बैठक में लिए गए फैसले पार्टी की दिशा और आगामी भूमिका को लेकर पूरी तरह स्पष्ट हैं।
अब चर्चा है कि चिराग पासवान का यह बयान बीजेपी पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है। चिराग पासवान की पार्टी पहले भी एनडीए के साथ गठबंधन में रहकर अपनी शर्तों पर राजनीति करने के लिए जानी जाती रही है।