राजनीति में अक्सर टकराव और बयानबाज़ी सुर्खियों में रहती है, लेकिन नवादा के कौआकोल प्रखंड के पांडेय गंगौट गांव में एक अलग ही तस्वीर देखने को मिली।
शहीद मनीष कुमार के परिजनों से मिलने पहुंचे चिराग-तेजस्वी
यहां शहीद मनीष कुमार को श्रद्धांजलि देने पहुंचे दो प्रमुख राजनेता – केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव – जब आमने-सामने आए तो राजनीतिक प्रतिस्पर्धा भूलकर एक-दूसरे को गले लगाया, हालचाल पूछा और कुछ क्षणों के लिए साथ बातचीत की।
शहीद के नाम पर अस्पताल की मांग
चिराग पासवान जब शहीद मनीष कुमार के परिजनों से मिलने पहुंचे, तो भावुक होकर जमीन पर बैठ गए और शहीद के माता-पिता, भाइयों से व्यक्तिगत तौर पर बात की। परिजनों ने मांग की कि मनीष के नाम पर अस्पताल बने। इस पर चिराग ने भरोसा दिया कि राज्य और केंद्र सरकार मिलकर मदद करेंगी।
शहीद मनीष कुमार की वीरगति पूरे देश को भावुक कर गई है। उनके बलिदान को सम्मान देने नवादा पहुंचे दोनों नेता "राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्र सर्वोपरि" के भाव में एकसाथ नजर आए। परिवार की मांग – मनीष के नाम पर अस्पताल – को चिराग पासवान ने गंभीरता से लिया और कहा कि "देश मनीष की शहादत को नहीं भूलेगा।"