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बिहार की राजधानी पटना 1 सितंबर, सोमवार को एक बड़े राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन का गवाह बनने वाली है। मतदाता अधिकार यात्रा के अंतिम दिन इसे ‘गांधी-आंबेडकर मार्च’ का नाम दिया गया है। यह मार्च गांधी मैदान से शुरू होकर हाईकोर्ट स्थित आंबेडकर पार्क तक पहुंचेगा, जहां विपक्षी नेताओं की संयुक्त सभा होगी। यह सिर्फ यात्रा का समापन नहीं, बल्कि INDIA गठबंधन की ताकत और एकजुटता दिखाने का मंच भी माना जा रहा है।
गांधी मैदान से शुरू होगी यात्रा
कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडेय ने प्रेसवार्ता में बताया कि 1 सितंबर को सुबह 10.50 बजे गांधी मैदान गेट नंबर एक से यात्रा की शुरुआत होगी। मार्च एसपी वर्मा रोड, डाकबंगला चौराहा और आयकर गोलंबर से गुजरते हुए आंबेडकर पार्क तक पहुंचेगा। वहां राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ-साथ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, वामपंथी नेता दीपंकर भट्टाचार्य, डी. राजा, एम. ए. बेबी और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी भी मौजूद रहेंगे। विपक्षी दलों का यह साझा मंच 2025 बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक संदेश देने की कोशिश करेगा।
गांधी और आंबेडकर के नाम से जुड़े इस मार्च के जरिए विपक्ष जनता के बीच सामाजिक न्याय और लोकतांत्रिक अधिकारों का नया विमर्श खड़ा करना चाहता है। राहुल गांधी की मौजूदगी इसे राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना रही है, वहीं तेजस्वी यादव इसे अपने राजनीतिक कद को मजबूत करने के अवसर के रूप में देख रहे हैं।
इससे पहले शनिवार को यात्रा 14वें दिन आरा पहुंचकर समाप्त हुई और रविवार को इसे विराम दिया गया। अब पटना की सड़कें विपक्षी दलों की एकता का प्रदर्शन देखेंगी। खास बात यह है कि इस मार्च में शामिल सभी नेताओं की मौजूदगी 2025 के चुनावी समीकरणों की झलक भी पेश करेगी।
Rahul Gandhi | Tejashwi Yadav | Voter Adhikar Yatra