/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/07/gopal-khemka-murder-patna-bihar-investigation-2025-07-07-08-34-34.jpg)
पटना के प्रमुख व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड का रहस्य अब सामने आ गया है। बिहार पुलिस ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्य शूटर उमेश यादव के गिरफ्तारी और उसके कबूलनामे की जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, हत्या के लिए 4 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी और इस मामले में बिल्डर अशोक साहू समेत कई लोग शामिल हैं।
हत्याकांड का पूरा मामला क्या है?
गोपाल खेमका की हत्या 15 जून को पटना के एक व्यस्त इलाके में हुई थी। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी उमेश यादव ने गहन पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उसके घर से 56 राउंड गोलियां और 9mm की 14 लाइव कारतूसें बरामद हुई हैं। इसके अलावा, हत्या में इस्तेमाल की गई बरेटा पिस्टल भी जब्त कर ली गई है।
4 लाख की सुपारी और जमीन विवाद कनेक्शन
पुलिस ने खुलासा किया कि बिल्डर अशोक साहू ने इस हत्या के लिए 4 लाख रुपये की सुपारी दी थी। फिरौती की रकम का 3.5 लाख रुपये अगले दिन मालसलामी थाने के पास हस्तांतरित किया गया। अशोक साहू के पास से जमीन के कागजात भी बरामद हुए हैं, जिससे संकेत मिलता है कि जमीन विवाद इस हत्याकांड का प्रमुख कारण हो सकता है।
एनकाउंटर में मारा गया लाइनर, DGP ने कहा- जांच जारी
इस मामले में एक अन्य आरोपी राजा उर्फ विकास, जो हत्या में लाइनर (मध्यस्थ) की भूमिका में था, पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। हालांकि, DGP विनय कुमार ने स्पष्ट किया कि अभी जांच पूरी नहीं हुई है और सभी संभावित कोणों से मामले की छानबीन की जा रही है।
राजनीतिक रिएक्शन और बिहार का अपराध ग्राफ
इस हत्याकांड ने एक बार फिर बिहार के अपराधिक माहौल पर सवाल खड़े कर दिए हैं। तेजस्वी यादव और चिराग पासवान जैसे नेताओं ने नीतीश सरकार पर कानून-व्यवस्था को