/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/12/gxSThwzMbmYFTxhgRVto.jpg)
आज सोमवार को विपक्षी INDIA गठबंधन की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। जहां एक ओर तेजस्वी यादव की अगुवाई में साझा घोषणा पत्र (Joint Manifesto) पर रणनीतिक चर्चा की जा रही है, वहीं दूसरी ओर एनडीए (BJP-JDU) की ओर से इस बैठक पर तंज और कटाक्ष का दौर भी शुरू हो चुका है।
बीजेपी प्रवक्ता कुंतल कृष्ण और जेडीयू प्रवक्ता मनीष यादव ने INDIA गठबंधन की रणनीति पर सवाल उठाए हैं, वहीं राजद और कांग्रेस नेताओं ने उनके बयानों को बौखलाहट बताया है। बीजेपी की ओर से साफ किया गया है कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा। कुंतल कृष्ण ने दावा किया कि बीजेपी का फोकस केवल 'विकास' पर है जबकि महागठबंधन के पास कोई स्पष्ट एजेंडा नहीं है।
इसके जवाब में राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि “एनडीए खेमे में अंदरूनी उथल-पुथल चल रही है, जिसमें उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी और चिराग पासवान जैसे नेता असंतुष्ट हैं। जेडीयू का रवैया अपने घटक दलों के प्रति तानाशाही वाला हो गया है।”
कांग्रेस प्रवक्ता असीतनाथ तिवारी ने भी बीजेपी और जेडीयू पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा यह मुख्य विषय नहीं है। हमारा फोकस INDIA गठबंधन की जीत और नई सरकार के गठन पर है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि बिहार में नेतृत्व कांग्रेस के हाथ में रहेगा।
घोषणापत्र नहीं, नेतृत्व और सीट बंटवारे पर भी जल रही है सियासत
बैठक का आधिकारिक उद्देश्य भले ही साझा घोषणापत्र तैयार करना है, लेकिन राजनीतिक जानकार इसे आगामी चुनावी रणनीति, नेतृत्व के मुद्दे और सीट बंटवारे की अनौपचारिक चर्चा से भी जोड़कर देख रहे हैं।
तेजस्वी यादव के लिए यह मीटिंग केवल नीति दस्तावेज तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें उनका नेतृत्व कौशल और विपक्ष को एकजुट रखने की चुनौती भी शामिल है। वहीं NDA का लगातार हमला यह संकेत देता है कि बीजेपी-जेडीयू को इस गठबंधन से गंभीर चुनौती मिल रही है।