बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कानून-व्यवस्था को और चुस्त-दुरुस्त करने की दिशा में डीजीपी विनय कुमार ने बड़ा दांव खेला है। हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे 1994 बैच के तेज-तर्रार आईपीएस कुंदन कृष्णन को पुलिस मुख्यालय में ADG (मुख्यालय) की जिम्मेदारी के साथ-साथ पटना जिले का प्रभारी भी नियुक्त किया गया है।
पटना पर खास नजर
कुंदन कृष्णन अब पटना पुलिसिंग की संपूर्ण मॉनिटरिंग करेंगे। वे हर महीने जिले का दौरा करेंगे और लंबित मामलों, स्पीडी ट्रायल, जनता दरबार, थानों की स्थिति, और अपराध नियंत्रण पर समीक्षा रिपोर्ट डीजीपी को सौंपेंगे। यह कदम 'परफॉर्म या रिफॉर्म' जैसी कार्य संस्कृति की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है।
'AK-47 वाले अफसर' की वापसी
कुंदन कृष्णन कोई सामान्य अधिकारी नहीं हैं—2002 में छपरा जेल बवाल के दौरान AK-47 लेकर मोर्चा संभालने और 2006 में बाहुबली आनंद मोहन के खिलाफ कार्रवाई जैसे कई साहसिक कार्यों के लिए वे चर्चित रहे हैं। नालंदा के मूल निवासी कृष्णन अपनी कड़क छवि और सटीक एक्शन के लिए जाने जाते हैं।
संगठित पुलिसिंग के लिए ज़मीनी समीक्षा मॉडल
इस नई प्रणाली के तहत ADG स्तर के अधिकारी जिलों में प्रत्यक्ष निगरानी रखेंगे। यह 'केंद्र से ज़मीन तक एकल निगरानी चैनल' का रूप है, जो चुनावी वर्ष में भरोसेमंद पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है।
अन्य वरिष्ठों को भी नई जिम्मेदारी