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मोक्ष नगरी गयाजी में चल रहे पितृपक्ष मेले के बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव मंगलवार को अपने पूरे परिवार संग पहुंचे। लालू यादव अपनी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, बहू राजश्री और पोती कात्यायनी के साथ पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए पिंडदान करने आए।
लालू यादव का स्वास्थ्य इन दिनों कमजोर है, जिसके चलते वे व्हीलचेयर पर बैठकर पिंडदान स्थल तक पहुंचे। परिवार ने धूप घड़ी के पास सभा मंडप में परंपरागत विधि-विधान से पिंडदान किया। इस दौरान विष्णुपद मंदिर, फल्गु नदी और अक्षयवट का विशेष महत्व रहा। पिंडदान स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी की गई थी।
तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि माता-पिता की इच्छा थी कि वे खुद गयाजी आएं और पिंडदान करें। स्वास्थ्य ठीक न होने के बावजूद लालू यादव ने खुद आकर अपने पूर्वजों के लिए तर्पण और मोक्ष की प्रार्थना की। तेजस्वी यादव ने बताया कि यह केवल धार्मिक कर्मकांड नहीं बल्कि अपने परिवार की परंपरा और संस्कृति से जुड़े रहने का भाव भी है।
गयाजी में हर साल पितृपक्ष मेला होता है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु भारत ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पहुंचते हैं। मान्यता है कि यहां पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस बार का 15 दिवसीय पितृपक्ष मेला 21 सितंबर तक चलेगा।