बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 76 वर्षीय मंगनी लाल मंडल को अपना नया प्रदेश अध्यक्ष (State President) नियुक्त किया है। लालू यादव और तेजस्वी यादव के भरोसेमंद माने जाने वाले मंडल का राजनीतिक सफर विवादों से भरा रहा है - दलबदल से लेकर संपत्ति विवाद तक।
क्यों चुना गया मंगनी लाल मंडल?
-
धानुक समाज का प्रतिनिधित्व: अति पिछड़ा वर्ग (EBC) में मजबूत पकड़
-
लालू के पुराने सहयोगी: 1990 के दशक से रिश्ता
-
नीतीश विरोधी छवि: जदयू छोड़कर राजद में शामिल हुए
5 बड़े विवाद जो मंडल के साथ जुड़े
1. दलबदल का लंबा इतिहास
-
2009 में राजद छोड़ जदयू में शामिल हुए
-
2014 में नीतीश कुमार के खिलाफ बयान देने पर निकाले गए
-
2024 में फिर जदयू छोड़ राजद में वापसी
2. लोकसभा सदस्यता रद्द होने का मामला
-
2011 में पटना हाईकोर्ट ने हलफनामे में गलत जानकारी देने पर सदस्यता रद्द की
-
पत्नियों की संख्या छिपाने का आरोप
-
सुप्रीम कोर्ट ने बाद में फैसला पलटा
3. "मुझे नहीं पता कितनी पत्नियां हैं"
-
कोर्ट में बयान दिया कि पत्नियों की सही संख्या नहीं जानते
-
बाद में स्वीकारा कि दो पत्नियां हैं
-
अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों में दोनों के साथ वोट डालने का आरोप
4. 5 साल में 15 गुना बढ़ी संपत्ति
-
2009: 53 लाख रुपये
-
2014: 7.69 करोड़ रुपये
-
आय के स्रोत पर सवाल
5. पत्नी और बेटे से मारपीट के आरोप