बिहार के मुंगेर जिले के एक स्कूल में दो ईसाई महिला शिक्षिकाओं पर आरोप है कि उन्होंने कलावा पहनने पर 30 हिंदू छात्रों को पीटा। यह घटना मंगलवार (13 मई 2025) को हुई, जब पीटी (फिजिकल ट्रेनिंग) के दौरान फिजिकल टीचर सुनीता कुमारी और लाइब्रेरी टीचर श्वेता प्रिया ने छात्रों को डांटा और फिर उनकी पिटाई की।
अभिभावकों के अनुसार, छात्रों ने घर जाकर इस घटना की जानकारी दी, जिसके बाद गुरुवार (15 मई 2025) को अभिभावक स्कूल पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों शिक्षिकाएं ईसाई हैं और जानबूझकर हिंदू धर्म के प्रतीक कलावा को निशाना बना रही हैं।
शिक्षिकाओं ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने छात्रों को अनुशासन बनाए रखने के लिए ऐसा किया था। उनका कहना था कि स्कूल में अनुशासन बनाए रखना आवश्यक है और उन्होंने किसी भी धर्म के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग ने हस्तक्षेप किया है। मुंगेर के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DPO) ने मामले की जांच शुरू कर दी है और रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी है। शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।