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पटना , वाईबीएन डेस्क । बिहार के नवादा जिले में पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ ने एक बार फिर राज्य में कानून-व्यवस्था की बहस छेड़ दी है। ऑपरेशन लंगड़ा के तहत एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने हिसुआ थाना क्षेत्र में एक डकैती आरोपी को घेरा, जिसके बाद आमने-सामने की गोलीबारी में आरोपी निखिल कुमार के पैर में गोली लगी। इस घटना में एक एसटीएफ जवान के भी घायल होने की खबर है।
घटना की जानकारी देते हुए नवादा के एसपी अभिवन धीमान ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि 25 जुलाई को हिसुआ के एक इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान पर हुई डकैती और फायरिंग में शामिल आरोपी निखिल कुमार मंझवे पहाड़ी के आसपास छिपा हुआ है। जैसे ही पुलिस टीम ने उसे घेरा, अंधेरे का फायदा उठाकर निखिल ने अचानक पिस्तौल निकाली और पुलिसवालों पर तीन राउंड फायरिंग कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करते हुए निखिल के पैर में गोली मारी, जिसके बाद वह घायल होकर गिर पड़ा।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, निखिल कुमार गया जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के रुपसपुरा निवासी सुधीर सिंह का बेटा है। उस पर हिसुआ के एक इलेक्ट्रिक व्यवसायी नीरज प्रकाश लाल की दुकान पर डकैती और फायरिंग का आरोप है। पुलिस का कहना है कि निखिल पहले भी छोटे-मोटे अपराधों में शामिल रहा है, लेकिन इस बार उसने पुलिस पर सीधे गोली चलाकर अपनी हिमाकत बढ़ा दी।
बताया जा रहा है कि निखिल को पूछताछ के दौरान भी आक्रामक व्यवहार करते देखा गया था। उसने पुलिस पर फायरिंग करने की कोशिश की, जिसके बाद उसे निशाना बनाया गया। घायल निखिल को विम्स पावापुरी रेफर किया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। वहीं, घटना में घायल हुए एसटीएफ जवान की हालत स्थिर बताई जा रही है।
बिहार पुलिस का ऑपरेशन लंगड़ा राज्य में बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए चलाया जा रहा एक विशेष अभियान है। इसके तहत पुलिस संदिग्ध अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। नवादा का यह एनकाउंटर इसी कड़ी का हिस्सा है, जो दर्शाता है कि पुलिस अब अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है।