/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/15/neet-paper-leak-sanjeev-mukhiya-2025-08-15-12-41-15.jpg)
बिहार पुलिस ने NEET पेपर लीक मामले में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के सबसे करीबी सहयोगी राजकिशोर कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। राजकिशोर, जिस पर 1 लाख रुपये का इनाम था, लंबे समय से फरार चल रहा था। आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है। यह कार्रवाई NEET-UG परीक्षा में हुए बड़े पैमाने पर पेपर लीक के मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।
राजकिशोर कुमार पर है 1 लाख रुपए का इनाम
राजकिशोर कुमार, जो मूल रूप से बिहार के अरवल जिले का निवासी है, संजीव मुखिया के पेपर लीक गिरोह का एक प्रमुख सदस्य माना जाता है। उस पर सिपाही भर्ती परीक्षा (2023), शिक्षक भर्ती परीक्षा (2024) और NEET-UG (2024) के पेपर लीक में शामिल होने के गंभीर आरोप हैं। बिहार पुलिस मुख्यालय ने 10 अप्रैल 2025 को संजीव मुखिया, शुभम कुमार और राजकिशोर कुमार पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
संजीव मुखिया का आपराधिक इतिहास
संजीव मुखिया का नाम पहली बार 2010 में एक पेपर लीक केस में सामने आया था, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। 2016 में उत्तराखंड में मेडिकल परीक्षा का पेपर लीक करते हुए उसे गिरफ्तार किया गया, लेकिन सबूतों के अभाव में वह जमानत पर रिहा हो गया। EOU की जांच से पता चला है कि संजीव मुखिया एक अंतरराज्यीय परीक्षा माफिया गिरोह चलाता है, जिसमें बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई आरोपी शामिल हैं।