बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एक ऐसा बयान दिया जो राज्य की सियासत में बड़ी हलचल पैदा कर सकता है। पंचायती राज दिवस के मौके पर मधुबनी में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में नीतीश ने खुले मंच से स्वीकार किया कि एनडीए से अलग जाना उनकी "गड़बड़ी" थी।
पार्टी के लोग गड़बड़ कर दिए : नीतीश
नीतीश ने कहा कि हमसे गलती हो गई थी, जो बीच में उधर चले गए थे। अब कभी उधर नहीं जाएंगे। इस आत्मस्वीकार के दौरान उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से जेडीयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह पर भी टिप्पणी की। नीतीश ने कहा कि पार्टी के लोग ही गड़बड़ कर दिए... उधर चलने को कहा, फिर गड़बड़ लगा तो वापस आने को कहा।
यह बयान ऐसे समय आया है जब बिहार में 2025 के विधानसभा चुनावों की आहट सुनाई देने लगी है और एनडीए को एकजुटता के मजबूत संदेश की जरूरत थी। नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री की योजनाओं की तारीफ करते हुए यह भी कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से बिहार में अभूतपूर्व विकास हो रहा है। उन्होंने मखाना बोर्ड, कोसी परियोजना, IIT पटना के विस्तार और खेलो इंडिया यूथ गेम्स जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ये सब केंद्र की देन है।